क्या भारत ने विश्व जूनियर चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में कोरिया को हराया?

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने कोरिया को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
- यह भारत का पहला मिश्रित टीम पदक है।
- भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
गुवाहाटी, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय टीम ने गुरुवार को नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में कोरिया को हराकर एक ऐतिहासिक बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर मिश्रित टीम चैंपियनशिप पदक सुनिश्चित किया।
मेजबान टीम ने लगभग तीन घंटे तक चले इस मुकाबले में कोरिया को 44-45, 45-30, 45-33 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। इस चरण में भारतीय टीम का सामना एशियाई अंडर-19 मिश्रित टीम चैंपियन इंडोनेशिया से होगा, जिसने चीनी ताइपे को 45-35, 45-35 से पराजित किया था।
सेमीफाइनल में पहुँचकर भारत ने बीडब्ल्यूएफ विश्व जूनियर चैंपियनशिप के इतिहास में अपना पहला मिश्रित टीम पदक भी सुनिश्चित किया है।
पहले सेट में भार्गव राम अरिगेला और विश्वा तेज गोब्बुरू की जोड़ी को लड़कों के पहले युगल में चो ह्योंग वू और ली ह्योंग वू के खिलाफ 5-9 से हार का सामना करना पड़ा। लेकिन लड़कियों के युगल में वेन्नाला और रेशिका यू की जोड़ी ने चियोन ह्यो इन और मून इन सेओ को 10-9 से हराकर एक अंक का अंतर कम किया। इसके बाद रौनक चौहान ने चोई आह सेउंग को 11-9 से हराकर टीम को एक अंक के अंतर पर ला दिया।
हालांकि, मिश्रित युगल में ली और चियोन के खिलाफ सी लालरामसांगा और आन्या बिष्ट की 4-9 से हार का मतलब था कि उन्नति हुड्डा को अपनी प्रतिद्वंद्वी किम हान बी के नौ अंक तक पहुँचने से पहले 15 अंक जीतने थे। उन्नति ने 3-0 की बढ़त बनाकर शानदार शुरुआत की, लेकिन किम ने 6-6 से बराबरी कर ली।
उन्नति ने लंबी रैलियां खेलकर लगातार 5 अंक जीतकर अपनी प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाया और 44-44 से बराबरी की।
दूसरे सेट से पहले भारत ने दो खिलाड़ियों को बदला, जिसमें लड़कों के युगल में गोब्बुरू की जगह लालरामसांगा और बिष्ट की जगह विशाखा टोप्पो आईं।
इसके बाद लालरामसांगा और भार्गव ने चो और ली पर 9-7 से जीत हासिल करके भारत को सकारात्मक शुरुआत दिलाई और वेन्नाला और रेशिका ने इस बढ़त को छह अंकों तक बढ़ा दिया। भारत ने इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
तीसरे सेट की शुरुआत में लालरामसांगा और भार्गव ने भारत को 9-4 की बढ़त दिला दी, लेकिन वेन्नाला और रेशिका पहले 10 अंक हासिल करने के बाद लय खो बैठे और चेओन और मून की कोरियाई जोड़ी ने अपनी टीम को दो अंकों से आगे कर दिया।
फिर चौहान ने आगे बढ़कर चोई पर 11-4 से जीत हासिल करके मैच को निर्णायक रूप से भारत के पक्ष में मोड़ दिया और भारत को पांच अंकों की बढ़त दिला दी। लालरामसांगा और बिष्ट ने फिर बढ़त को सात अंकों तक बढ़ा दिया और फिर उन्नति ने किम को 9-4 से हराकर जश्न की शुरुआत की।
इस जीत के बाद भारतीय कोच इवान सोजोनोव ने लालरामसांगा और उन्नति की तारीफ की।