क्या भूपेश बघेल ईडी के छापों से डरेंगे? पूर्व सीएम का जवाब बीजेपी को

सारांश
Key Takeaways
- भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी को राजनीति का हिस्सा बताया।
- उन्होंने यह भी कहा कि वे न टूटेंगे और न झुकेंगे।
- ईडी का उपयोग विपक्ष के नेताओं को डराने के लिए किया जा रहा है।
- कांग्रेस नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
- यह मामला छत्तीसगढ़ की राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है।
रायपुर, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई छापेमारी पर एक महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को डराने और उनकी आवाज़ को दबाने के लिए ईडी और सीबीआई का उपयोग किया जा रहा है। भूपेश ने स्पष्ट किया कि चाहे जो भी प्रयास किए जाएं, भूपेश बघेल न टूटेगा और न झुकेगा। यह सत्य की लड़ाई है।
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के स्थानों पर नई छापेमारी की।
इस पर भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे एजेंसी को हर संभव सहयोग देंगे। उन्होंने आरोप लगाया, "एक ओर बिहार में चुनाव आयोग के जरिए वोटों को काटा जा रहा है और लोकतंत्र का चीरहरण किया जा रहा है। दूसरी ओर विपक्ष के नेताओं को डराने और दबाने के लिए ईडी और सीबीआई का सहारा लिया जा रहा है। देश की जनता अब सच जान चुकी है।"
ईडी की छापेमारी पर भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर पोस्ट किया, "जन्मदिन के जैसे उपहार पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह देते हैं, वैसा किसी और लोकतंत्र में नहीं मिलता। मेरे जन्मदिन पर दोनों नेताओं ने मेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घरों पर ईडी भेजी थी। अब मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। इन उपहारों का धन्यवाद। ये ताउम्र याद रहेंगे।"
इससे पहले, भूपेश बघेल के कार्यालय ने ईडी की छापेमारी की जानकारी दी। भूपेश बघेल के सोशल मीडिया अकाउंट से 'एक्स' पर लिखा गया, "ईडी आ गई। शुक्रवार को विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है। तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा उठना था। भिलाई निवास में 'साहेब' ने ईडी भेज दी है।"
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा, "पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी की टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। क्या जनप्रतिनिधियों की आवाज़ को दबाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग किया जा रहा है?"
पायलट ने आगे लिखा, "विपक्ष का कर्तव्य है कि वह सरकार से जवाब मांगे। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार की विफलताओं और सत्ता के दुरुपयोग पर सवाल पूछने पर हमारे नेताओं को इस तरह लगातार निशाना बनाया जाना चिंताजनक है।"
ईडी की छापेमारी और विपक्ष के आरोपों पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ईडी अपनी जांच कर रही है। विजय शर्मा ने कहा, "छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला हुआ था और यहां का मॉडल दूसरे राज्यों में भी पहुंचाया गया था। इसी प्रकार का मामला होगा, जिसके कारण ईडी आई है।"