क्या हैं संजय सरावगी? जिन्हें बिहार भाजपा अध्यक्ष की मिली जिम्मेदारी
सारांश
Key Takeaways
- संजय सरावगी को बिहार भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
- वे 2005 से लगातार विधान सभा के सदस्य हैं।
- उनकी जाति वैश्य है।
- उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।
- उनकी नियुक्ति से सामाजिक संतुलन बनेगा।
पटना, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने दरभंगा के विधायक संजय सरावगी को बिहार भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने सोमवार को इसकी घोषणा की।
राष्ट्रीय महासचिव ने नियुक्ति पत्र में बताया कि जेपी नड्डा ने संजय सरावगी, विधायक, को भाजपा बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तुरंत प्रभाव से लागू होगी। संजय सरावगी 2005 से लगातार छह बार से बिहार विधानसभा के सदस्य रहे हैं। उन्हें पहली बार 2005 में दरभंगा सदर विधानसभा से विधायक चुना गया। इसके बाद उन्होंने 2005 (नवंबर), 2010, 2015, 2020 और 2025 में लगातार विधायक के रूप में जीत हासिल की।
वैश्य जाति से संबंधित संजय सरावगी ने छात्र जीवन में 10 वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभिन्न पदों पर कार्य किया। 1999 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का जिला मंत्री बनाया गया। इसके बाद वे 2001 में दरभंगा नगर मंडल भाजपा के अध्यक्ष रहे। संजय सरावगी 2017 में बिहार विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सभापति रहे। फरवरी 2025 में उन्हें बिहार सरकार में राजस्व और भूमि सुधार मंत्री का कार्यभार सौंपा गया।
संजय सरावगी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, विभिन्न जिलों के संगठन चुनाव प्रभारी और सदस्यता प्रभारी का कार्य भी कर चुके हैं। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी तब सौंपी गई जब बिहार के मंत्री नितिन नबीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया।
पार्टी में संजय सरावगी को वैश्य समाज का प्रभावशाली चेहरा माना जाता है। उनका अध्यक्ष बनना सामाजिक संतुलन और चुनावी गणित के नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें कि दिलीप जायसवाल के मंत्री बनने के बाद से यह स्पष्ट था कि बिहार में अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी नए व्यक्ति को दी जाएगी।