क्या बिहार चुनाव में विपक्ष सीएम के स्वास्थ्य को लेकर भ्रम फैला रहा है? चिराग पासवान

सारांश
Key Takeaways
- चिराग पासवान ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- महागठबंधन में असमंजस की स्थिति है।
- एनडीए ने सीट शेयरिंग पर सहमति बना ली है।
- बिहार चुनाव में स्पष्टता आवश्यक है।
- चुनावी सभा कर रहे हैं, फिर भी भ्रम फैला रहे हैं।
पटना, १७ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज होती जा रही हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता आपस में जुबानी जंग कर रहे हैं। इस बीच, लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए।
चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए के खिलाफ बहुत अधिक भ्रम फैलाया जा रहा था। एनडीए के सहयोगी दलों ने समय पर सीट शेयरिंग समेत सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर सहमति बना ली थी, जबकि इंडिया महागठबंधन में पहले चरण का नामांकन पूरा होने के बावजूद सीटों की संख्या की कोई घोषणा नहीं हुई। यह दर्शाता है कि महागठबंधन में अराजकता है।
उन्होंने आगे कहा कि महागठबंधन के घटक दल एक-दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी उतारकर दिखा रहे हैं; जो खुद अपनी गठबंधन को संभाल नहीं पा रहे हैं, वे बिहार को क्या संभालेंगे?
मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम के संदर्भ में चिराग ने कहा कि विपक्ष चुनावी सभाएं कर रहा है। महागठबंधन एक कंफ्यूज गठबंधन है, जिन्हें यह तक नहीं पता कि किस सीट से कौन प्रत्याशी उतरेगा। एनडीए १४ नवंबर को एक बड़ी जीत के साथ सरकार बनाएगी। तेजस्वी यादव सबको रोजगार देने की बात कर रहे हैं, लेकिन पहले उन्हें टिकट तो देने चाहिए।
अमित शाह द्वारा नीतीश कुमार को पुनः मुख्यमंत्री चुनने के संदर्भ में चिराग ने कहा कि अमित शाह ने सामान्य प्रक्रिया की बात की है। जो विधायक जीतते हैं, वे अपने नेता को चुनते हैं। एनडीए गठबंधन में मुख्यमंत्री चुनने की यही प्रक्रिया होती है। अमित शाह ने कोई नई बात नहीं कही है; जो होता है, वही कहा। पाँच दलों का यह गठबंधन है; जितने विधायक जीतकर आएंगे, वे स्वयं अपना नेता चुनेंगे। मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया का सम्मान किया जाना आवश्यक है।