क्या राहुल गांधी की ‘जलेबी राजनीति’ पर सम्राट चौधरी का तंज भाजपा नेताओं को राहत देगा?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का जलेबी वीडियो चर्चा का केन्द्र बना हुआ है।
- सम्राट चौधरी ने इस पर तंज कसा है।
- भाजपा के नेता अपनी स्थिति को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।
- महागठबंधन के खिलाफ जायसवाल का सख्त बयान।
- बिहार की जनता स्थिरता और विकास की ओर देख रही है।
पटना, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे-जैसे बिहार में चुनावी माहौल गरमाता जा रहा है, नेताओं के बीच बयानबाजी का सिलसिला भी तेज हो गया है। दीपावली के मौके पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के ‘जलेबी और लड्डू बनाने’ वाले वीडियो पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने उन पर तंज कसा।
उन्होंने कहा कि हरियाणा चुनाव में वे जलेबी खरीद रहे थे, और इस बार वे जलेबी का निरीक्षण कर रहे हैं। ईश्वर करे कि वे इसी तरह जलेबी का निरीक्षण करते रहें।
वहीं, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर द्वारा भाजपा नेताओं पर लगाए गए आरोपों का जवाब बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार और राज्य मंत्री नितिन नबीन ने दिया। उन्होंने कहा, 'जो नेता पहले ही मैदान छोड़ चुके हैं, उनके उम्मीदवार चुनावी मुकाबले में ज्यादा देर तक नहीं टिकेंगे। जिस पार्टी का नेता ही चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा, वह अपने उम्मीदवारों को क्या ताकत देगा?' उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी पार्टी के उम्मीदवार मैदान छोड़ रहे हैं, तो उसका पहला दोषी उसका नेता स्वयं है।
दिवाली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों को लिखे गए पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी का विजन हमेशा ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर केंद्रित रहता है। उन्होंने दीपावली के मौके पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन से सीख लेने की बात कही है। भगवान राम ने अपने 14 वर्ष के वनवास के दौरान भी किसी राजा से मदद नहीं मांगी, बल्कि सामाजिक न्याय और सहयोग की मिसाल पेश की। निषादराज, वानर सेना जैसे समाज के उपेक्षित वर्गों के साथ मिलकर उन्होंने धर्म और न्याय की रक्षा की। पीएम मोदी भी उसी सामाजिक न्याय और समानता की भावना को आगे बढ़ा रहे हैं।'
महागठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए जायसवाल ने कहा, 'अब महागठबंधन का नाम बदलकर ‘महा लठबंधन’ रख देना चाहिए, तेल पिलाने वाली, लाठी चलाने वाली पार्टी। बिहार की जनता अब जंगलराज-2 नहीं चाहती। जनता समझ गई है कि सीटों के बंटवारे में ही जब इतना झगड़ा है, तो आगे सरकार बनेगी तो क्या हाल होगा।' उन्होंने कहा कि जनता इस बार स्थिरता, विकास और सुशासन के पक्ष में मतदान करेगी, क्योंकि बिहार अब अराजकता और अस्थिरता के दौर में वापस नहीं जाना चाहता।