क्या बिहार चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित छह नेताओं की सुरक्षा बढ़ी है?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव से पहले नेताओं की सुरक्षा बढ़ाना आवश्यक है।
- राज्य सुरक्षा समिति का निर्णय सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।
- सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव जैसे प्रमुख नेताओं को सुरक्षा दी गई है।
- सुरक्षा बढ़ाने से चुनावी माहौल में स्थिरता आएगी।
- सरकार की सुरक्षा संबंधी पहलें सकारात्मक संकेत हैं।
पटना, ११ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष होने वाले चुनावों से पहले, सरकार ने छह प्रमुख नेताओं की सुरक्षा को बढ़ा दिया है। जिन नेताओं की सुरक्षा में वृद्धि की गई है, उनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव शामिल हैं।
राज्य सुरक्षा समिति की एक बैठक में, इन नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय बिहार सरकार द्वारा लिया गया है। जिन नेताओं की सुरक्षा को बढ़ाया गया है, उनमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव, अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह, बाढ़ के विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू और जदयू के एमएलसी नीरज कुमार शामिल हैं।
गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। राज्य सरकार की अनुशंसा पर, राज्य सुरक्षा समिति की एक अगस्त को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। सम्राट चौधरी अब जेड प्लस सुरक्षा घेरे में रहेंगे। बिहार सरकार ने उन्हें एएसएल सुरक्षा के साथ जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की है।
विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सुरक्षा को लेकर हाल ही में सवाल उठ रहे थे। अब उनकी सुरक्षा को भी बढ़ाते हुए जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव भी लंबे समय से सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे थे। लॉरेंस बिश्नोई गैंग से मिली कथित धमकी के बाद, पप्पू यादव ने केंद्र और राज्य सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। अब उन्हें वाई प्लस सुरक्षा दी गई है।
इसी तरह, अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह अब वाई प्लस सुरक्षा घेरे में रहेंगे, जबकि बाढ़ के विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू की सुरक्षा भी बढ़ाकर वाई प्लस कर दी गई है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार की सुरक्षा भी सरकार ने बढ़ा दी है। नीरज कुमार अब वाई प्लस सुरक्षा घेरे में रहेंगे।