क्या बिहार चुनाव से पहले एसआईआर के तहत 6,60,67,208 मतदाता वोटर लिस्ट में शामिल हुए?

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क्या बिहार चुनाव से पहले एसआईआर के तहत 6,60,67,208 मतदाता वोटर लिस्ट में शामिल हुए?

सारांश

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। 6,60,67,208 मतदाता अब तक शामिल हो चुके हैं, जबकि गणना फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 11 दिन दूर है। जानिए इस प्रक्रिया के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।

Key Takeaways

  • 6,60,67,208 मतदाता मतदाता सूची में शामिल हो चुके हैं।
  • गणना फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि में 11 दिन बचे हैं।
  • ईसीआईनेट ऐप का उपयोग करके ऑनलाइन फॉर्म भरा जा सकता है।
  • लगभग 1 लाख बीएलओ घर-घर जाकर मदद करेंगे।
  • ईसीआईINET प्लेटफॉर्म प्रक्रिया को तेज बना रहा है।

नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान चलाया जा रहा है। राज्य के 7,89,69,844 मतदाताओं में से 6,60,67,208 या 83.66 प्रतिशत वोटर मतदाता सूची में शामिल किए जा चुके हैं। इस बीच, एसआईआर के तहत भरे हुए गणना फॉर्म (ईएफ) जमा करने की अंतिम तिथि में 11 दिन शेष हैं।

इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, बिहार में अब तक 6,60,67,208 मतदाता गणना फॉर्म जमा कर चुके हैं। जहां एसआईआर के दौरान 1.59 प्रतिशत मतदाता मृत पाए गए हैं, वहीं 2.2 प्रतिशत स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गए हैं और 0.73 प्रतिशत व्यक्ति एक से अधिक स्थानों पर नामांकित पाए गए हैं। 88.18 प्रतिशत मतदाता या तो अपना ईएफ जमा कर चुके हैं या उनकी मृत्यु हो गई है या वे एक ही स्थान पर अपना नाम बरकरार रखे हुए हैं या अपने पिछले निवास स्थान से स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गए हैं। अब केवल 11.82 प्रतिशत मतदाता ही अपने भरे हुए ईएफ जमा करने के लिए शेष बचे हैं और उनमें से कइयों ने आने वाले दिनों में दस्तावेजों के साथ अपने गणना फॉर्म जमा करने के लिए समय मांगा है।

ईसीआई यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है कि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए और शेष मतदाता अपने ईएफ भर सकें। लगभग 1 लाख बीएलओ जल्द ही घर-घर जाकर अपने तीसरे दौर के दौरे शुरू करेंगे। राज्य के सभी 261 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के सभी 5,683 वार्डों में विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं। जो मतदाता अस्थायी रूप से राज्य से बाहर चले गए हैं, उनके लिए समाचार पत्रों में विज्ञापन और ऐसे मतदाताओं से सीधे संपर्क के माध्यम से केंद्रित प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे समय पर अपने ईएफ भर सकें और 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाले ड्राफ्ट ईआर में उनके नाम भी शामिल हों। ऐसे मतदाता ईसीआईनेट ऐप के माध्यम से या वोटर डॉट ईसीआई डॉट गॉव डॉट इन पर ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके आसानी से ऑनलाइन ईएफ भर सकते हैं। वे अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से या व्हाट्सएप या इसी तरह के किसी भी ऑनलाइन माध्यम से संबंधित बीएलओ को अपने फॉर्म भेज सकते हैं।

नवीनतम तकनीक और डिजिटलीकरण के उपयोग की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए ईसीआई द्वारा हाल ही में लॉन्च किया गया ईसीआईनेट प्लेटफॉर्म को बिहार एसआईआर के सभी पहलुओं के लिए तैनात किया गया है और यह कुशलतापूर्वक चल रहा है। यह एक एकीकृत प्लेटफॉर्म है, जिसमें पहले के 40 विभिन्न ईसीआई एप्लिकेशन शामिल हैं।

ईसीआईनेट के माध्यम से मतदाता अपने ईएफ ऑनलाइन भर सकते हैं और जहां भी आवश्यक हो, 2003 ईआर में अपना नाम खोज सकते हैं। मतदाता ईसीआईनेट ऐप का उपयोग करके अपने बीएलओ सहित अपने चुनाव अधिकारियों से भी जुड़ सकते हैं। ईसीआईनेट क्षेत्रीय स्तर के चुनाव पदाधिकारियों के लिए फॉर्म और दस्तावेजों के अद्यतनीकरण की प्रक्रिया में भी तेजी ला रहा है, जिसके परिणामस्वरूप सोमवार शाम 6 बजे तक 5.74 करोड़ से अधिक गणना फॉर्म अपलोड किए जा चुके हैं। ईसीआईनेट के दस्तावेज समीक्षा मॉड्यूल ने एईआरओ, ईआरओ और डीईओ द्वारा मतदाताओं की पात्रता के सत्यापन की गति को भी सुव्यवस्थित तरीके से तेज कर दिया है।

Point of View

ताकि कोई भी मतदाता छूट न जाए।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

बिहार में मतदाता सूची में कितने मतदाता शामिल हुए हैं?
बिहार में अब तक 6,60,67,208 मतदाता मतदाता सूची में शामिल किए जा चुके हैं।
एसआईआर के तहत गणना फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि कब है?
गणना फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि में 11 दिन शेष हैं।
ईसीआईनेट ऐप का उपयोग कैसे किया जा सकता है?
ईसीआईनेट ऐप के माध्यम से मतदाता अपने मोबाइल पर आसानी से ऑनलाइन गणना फॉर्म भर सकते हैं।
क्या सभी मतदाता अपने फॉर्म समय पर जमा कर सकते हैं?
हां, लगभग 1 लाख बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं की मदद करेंगे।
क्या ईसीआई ने प्रक्रिया को सरल बनाया है?
जी हां, ईसीआई ने ईसीआईनेट प्लेटफॉर्म के जरिए प्रक्रिया को आसान और तेज बना दिया है।