क्या बिहार चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और धन-बल से मुक्त होंगे? मायावती की प्रतिक्रिया

सारांश
Key Takeaways
- मायावती ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान की अपील की है।
- चुनाव को धन-बल, बाहुबल और सरकारी दुरुपयोग से मुक्त रखना आवश्यक है।
- बिहार के लोगों से लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेने की अपील की गई है।
- बीएसपी लगभग सभी सीटों पर अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी।
- पार्टी ने चुनावी तैयारी के लिए 'सर्वजन हिताय जागरण यात्रा' का आयोजन किया है।
लखनऊ, 6 अक्टूबर (आईएएनएल)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चुनाव आयोग से निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने की उम्मीद जताई है। उनका कहना है कि आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह चुनाव धन-बल, बाहुबल और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग से पूरी तरह मुक्त हों।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में मायावती ने लिखा, "बहुप्रतीक्षित बिहार राज्य विधानसभा आम चुनाव के लिए दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को मतदान कराने की भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आज की गई घोषणा का स्वागत है। चुनाव आयोग से यह आशा की जाती है कि वह व्यापक जन और देशहित के लिए मतदान की व्यवस्था को वास्तविक रूप से स्वतंत्र, निष्पक्ष और धन एवं बाहुबल के अभिशाप से मुक्त कराने के साथ ही पुलिस और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "बीएसपी की बिहार के लोगों से यह विशेष अपील है कि परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा हर नागरिक को दिए गए वोट के अति महत्वपूर्ण संवैधानिक अधिकार का उपयोग करें और लोकतंत्र के इस उत्सव में शांति से भाग लें।"
मायावती ने लिखा, "बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) बिहार विधानसभा का यह चुनाव अकेले अपने बल पर लगभग सभी सीटों पर लड़ेगी। पार्टी के हर स्तर के लोग इस दिशा में काफी पहले से सक्रिय हैं और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के नेतृत्व में 'सर्वजन हिताय जागरण यात्रा' का सफल आयोजन किया गया है। हमें विश्वास है कि बिहार के लोग अपने राज्य में 'कानून द्वारा कानून का राज' की आदर्श व्यवस्था हेतु 'सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय' के पक्ष में 'हाथी' चुनाव चिन्ह पर मतदान करेंगे। धन्यवाद।