क्या बिहार के विकास में कांग्रेस और सहयोगी दलों की जीरो उपलब्धि रही?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार के विकास में कांग्रेस की जीरो उपलब्धि
- एनडीए के प्रति जनता का समर्थन
- राहुल गांधी की मानसिक स्थिति पर सवाल
- राजनीतिक बयानबाजी से विकास प्रभावित नहीं होना चाहिए
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी द्वारा कही गई बातें, बिहार में विपक्षी दलों के अंधेरे इतिहास को उजागर करती हैं।
प्रवीण खंडेलवाल ने बिहार के बारे में कहा कि यहां हमेशा जंगलराज, लालू राज और बेरोजगारी का बोलबाला रहा है। विकास के नाम पर कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कोई उपलब्धि नहीं रही, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में समग्र विकास हुआ है।
उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता लगातार विकास चाहती है, इसीलिए उन्होंने फिर से एनडीए की सरकार बनाने का मन बना लिया है। यही कारण है कि विपक्षी दलों के नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।
प्रवीण खंडेलवाल ने आगे कहा कि राहुल गांधी अब एक राजनीतिक जोकर बन चुके हैं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को खुद नहीं पता कि वह क्या बोल रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री के लिए उपयोग की गई निम्न स्तर की भाषा दिखाती है कि राहुल गांधी किस संस्कृति में पले-बढ़े हैं।
इससे न केवल राहुल गांधी, बल्कि उनके परिवार का भी अपमान हुआ है। प्रधानमंत्री के लिए उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द दर्शाते हैं कि उन्हें मनोचिकित्सक की आवश्यकता है।
इससे पहले भी प्रवीण खंडेलवाल ने कहा था कि देश के प्रधानमंत्री और यमुना मैया पर कहे गए हल्के शब्द बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने यह बयान देकर अपनी मानसिक स्थिति को साबित किया है और उन्हें मनोचिकित्सक से इलाज कराना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को सिद्ध करने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति ऐसे हल्के शब्दों का प्रयोग करना यह दर्शाता है कि कांग्रेस कितनी निम्न स्तर की राजनीति कर रही है। यही कारण है कि जनता उन्हें हर चुनाव में नकार रही है। आगामी चुनावों में भी कांग्रेस और अन्य दलों की यही स्थिति रहने वाली है।