क्या बिहार की जनता एकजुट होकर विकास के लिए वोट कर रही है? - अशोक चौधरी
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में विकास के लिए योजनाएं
- जाति-पाति के भेदभाव को छोड़कर एकजुटता
- हर घर में बिजली और पानी की उपलब्धता
- महिलाओं को वित्तीय सहायता
- एनडीए के पक्ष में लहर
जहानाबाद, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चुनाव के दौरान मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष किया, राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों की निंदा की और तेज प्रताप के बयान पर अपना मत व्यक्त किया।
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह स्पष्ट किया है कि पूरा बिहार उनके परिवार जैसा है और हम न्याय के साथ विकास सुनिश्चित करेंगे। न्याय के साथ विकास का क्या अर्थ है? हर घर में बिजली उपलब्ध होगी, चाहे उन्होंने हमें वोट दिया हो या नहीं। हर घर में पाइप से पानी, उचित जल निकासी और शौचालय होंगे।
उन्होंने आगे बताया कि हाल ही में 140,000 महिलाओं को दस-दस हजार रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की गई।
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि जाति-पाति के भेदभाव को छोड़कर बिहार की जनता एकजुट होकर विकास के लिए वोट दे रही है। कब तक कोई जाति के आधार पर वोट देगा?
उन्होंने कहा कि सूरज, नदियां और जमीन जाति-पाति में भेदभाव नहीं करतीं, सभी का पोषण समान रूप से करती हैं। यदि प्रकृति जाति-पाति नहीं करती, तो हम क्यों करें? जनता इस बात को भली-भांति समझ चुकी है।
उससे पहले, तेज प्रताप यादव को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा आशीर्वाद दिए जाने पर मंत्री अशोक चौधरी ने प्रश्न उठाया कि तेज प्रताप को पार्टी से क्यों निकाला गया? एक तरफ पार्टी उन्हें निष्कासित कर रही है, अपमानित कर रही है, तो दूसरी तरफ अब भी उनसे जीतने की उम्मीद कर रही है।
बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि यह बहुत उत्साहजनक है। एनडीए के पक्ष में लहर है और जनता किसी भी कीमत पर बिहार में जंगलराज की वापसी नहीं चाहती। काफी समय बाद पहली बार लोग जाति-पाति से ऊपर उठकर विकास को ध्यान में रखते हुए मतदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले बिहार में विकास की बातें केवल कागजों पर होती थीं, लेकिन अब लोग खुद महसूस कर रहे हैं कि बदलाव आ रहा है। बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य हर क्षेत्र में सुधार हुआ है।
अब राज्य के गांव-गांव में सरकार की योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। हर घर नल की जल योजना के अंतर्गत लोगों को अब घर बैठे स्वच्छ पानी मिल रहा है। पहले जिस पानी के लिए महिलाओं को मीलों दूर चलना पड़ता था, अब वही पानी उनके नलों से बह रहा है।