क्या महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बेटे पार्थ पर लगे आरोपों को लेकर कुछ कहा?
सारांश
Key Takeaways
- अजित पवार ने अपने बेटे पार्थ पवार पर लगे आरोपों का खंडन किया।
- उन्होंने कहा कि वह कभी भी गलत कार्यों का समर्थन नहीं करेंगे।
- राज्य सरकार ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
- पार्थ पवार से जुड़े भूमि सौदे में अनियमितताओं के आरोप सामने आए हैं।
- अजित पवार ने अपने परिवार के सदस्यों के गलत कार्यों की निंदा की।
पुणे, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को अपने बेटे पार्थ पवार पर बहुमूल्य भूमि सौदे से जुड़े आरोपों पर मीडिया के सवालों का उत्तर दिया।
जब उपमुख्यमंत्री अजित पवार से पूछा गया कि क्या उन्होंने अपने बेटे को कोई सलाह दी है, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि मैंने शुक्रवार को ही प्रशासन को एक सलाह दी थी कि यदि ऐसा कोई मामला सामने आए जिसमें मेरे करीबी या दूर के रिश्तेदार किसी भी प्रकार के कदाचार और गलत काम में शामिल पाए जाते हैं, तो किसी के दबाव से डरने की आवश्यकता नहीं है। मैं सदैव नियमों का पालन करने वाला कार्यकर्ता रहा हूं, और मैं अपने जीवन में कभी भी ऐसे कार्यों का समर्थन नहीं करूंगा।
डिप्टी सीएम ने कहा कि कार्यक्रम देर रात तक चले और मैं सीधे यहां आया हूं। पार्थ मुंबई में हैं और मैं कल रात वहां जा रहा हूं। जब मैं मुंबई पहुंचूंगा, तो उनसे कहूंगा कि इस मामले में जो कुछ भी हुआ है, उससे कुछ महत्वपूर्ण सीखने को मिलता है। एक व्यक्ति अनुभव से नई चीजें सीखने का प्रयास करता है।
इससे पहले, अजित पवार ने पुणे के मुंडवा-कोरेगांव पार्क में बेटे पार्थ पवार से जुड़े भूमि सौदे से खुद को अलग करते हुए कहा कि उनका इस सौदे से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा आदेशित जांच का समर्थन किया।
उन्होंने यह भी कहा कि मैंने कभी भी अधिकारियों को निर्देश नहीं दिया कि मेरे करीबी रिश्तेदारों को लाभ मिले। उपमुख्यमंत्री के रूप में, मैं सभी अधिकारियों से कहता हूं कि यदि कोई मेरे नाम का गलत इस्तेमाल करता है, तो मैं उनका समर्थन नहीं करूंगा। मैं कानून और नियमों का पालन करने वाला व्यक्ति हूं।
इस बीच, अजित पवार के बेटे पार्थ पवार पर कथित लैंड डील में अनियमितताओं के आरोपों के चलते राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। शिवसेना नेता संजय निरुपम ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले की प्रशासनिक जांच के आदेश दिए हैं।