क्या बिहार की नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में छह प्रस्तावों पर मुहर लगी?
सारांश
Key Takeaways
- 11 नए टाउनशिप का विकास।
- बिहार को टेक हब बनाने की पहल।
- नए चीनी मिलों की स्थापना।
- स्टार्टअप के लिए विशेष कार्य योजना।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन की स्थापना।
पटना, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में स्थापित नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में कुल छह प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सभी मंत्रियों ने भाग लिया।
बैठक में राज्य में सुनियोजित और गुणवत्ता युक्त शहरी विकास के लिए ११ नए सैटेलाइट टाउनशिप या ग्रीनफील्ड टाउनशिप के विकास के सैद्धांतिक सहमति के साथ प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया गया है। इनमें नौ प्रमंडलीय मुख्यालय के अलावा सीतामढ़ी और सोनपुर को शामिल किया गया है।
इसके अलावा, बिहार को पूर्वी भारत का नया टेक हब विकसित करने के लिए डिफेंस कॉरिडोर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी और फिनटेक सिटी की स्थापना का निर्णय लिया गया है। इस हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें विशेषज्ञों को परामर्श के लिए शामिल किया जाएगा। समिति छह महीने में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
बैठक में नए चीनी मिलों की स्थापना एवं पुराने बंद पड़े चीनी मिलों के पुनरुद्धार की नीति निर्धारण और कार्य योजना के लिए भी मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
इसके अतिरिक्त, बिहार के उद्यमियों और युवाओं को स्टार्टअप और अन्य न्यू एज इकोनॉमी में रोजगार के लिए कार्य योजना बनाने और उसके क्रियान्वयन के लिए एक शीर्ष समिति का गठन करने की स्वीकृति भी दी गई है।
कैबिनेट की बैठक में बिहार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन की स्थापना की स्वीकृति भी दी गई है, जिसमें प्रतिभाशाली व्यक्तियों और कंपनियों की सहायता ली जाएगी।