क्या बिहार में मतगणना की तैयारियां पूरी हो गई हैं? 46 केंद्रों पर होगी वोटों की गिनती, विजय जुलूस पर प्रतिबंध
सारांश
Key Takeaways
- मतगणना 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी।
- 46 मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती होगी।
- सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है।
- मोबाइल और विजय जुलूस पर पाबंदी।
- पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी।
पटना, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के मतदान के बाद सभी की नजर १४ नवंबर को होने वाली मतगणना पर है। मतगणना की सभी तैयारियां अब पूरी हो चुकी हैं। राज्य के ४६ मतगणना केंद्रों पर शुक्रवार को सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती प्रारंभ होगी। गिनती प्रारंभ होने के एक से डेढ़ घंटे के भीतर चुनाव परिणाम के रुझान सामने आना शुरू हो जाएंगे।
पहले पोस्टल बैलेट्स की गिनती होगी, उसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती की जाएगी। २४३ सीटों के लिए मतगणना प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। ईवीएम की गिनती के लिए हर मतगणना हॉल में १४ और एक अन्य टेबल की व्यवस्था की गई है।
मतगणना के दिन स्ट्रॉन्ग रूम को अभ्यर्थियों, निर्वाचन अभिकर्ताओं एवं केंद्रीय प्रेक्षकों की उपस्थिति में वीडियोग्राफी कराते हुए खोला जाएगा। इसके बाद मतगणना का काम शुरू होगा। मतगणना स्थल पर मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है और किसी भी प्रकार की नारेबाजी एवं विजय जुलूस पर भी पाबंदी है। यहाँ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
मतगणना केंद्रों के अंदर और बाहर अर्धसैनिक बलों की तैनाती रहेगी। मतगणना स्थल पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को मतगणना के दौरान और बाद में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पटना सहित विभिन्न जिला मुख्यालयों की ट्रैफिक व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है।
पटना जिला प्रशासन के अनुसार, पटना में यातायात प्रबंधन एवं जनहित के दृष्टिकोण से सभी विद्यालयों में १४ नवंबर को १२वीं कक्षा तक पठन-पाठन स्थगित रहेगा। इस बीच, पटना के सभी १४ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना कर्मियों का गुरुवार को द्वितीय रैंडमाइजेशन किया गया। मतगणना प्रेक्षकों, जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी एवं निर्वाची पदाधिकारियों की उपस्थिति में रैंडमाइजेशन किया गया। ईपीएमआईएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार रैंडमाइजेशन किया गया।