क्या बिहार में एसआईआर का मुद्दा वास्तविक है? एनडीए की जीत निश्चित: रामनाथ ठाकुर

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में एसआईआर का मुद्दा अब प्रासंगिक नहीं है।
- चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहा है।
- एनडीए का एकजुटता से चुनावी समर्थन।
- नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की जीत की संभावना।
- पारदर्शिता लाने के लिए एसआईआर एक अच्छा कदम है।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उदाहरण पर पूरे देश में विशेष गहन पुनरिक्षण (एसआईआर) को लागू करने की चुनाव आयोग की योजना पर केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभा रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "लोकतंत्र में चुनाव होते हैं और उपराष्ट्रपति चुनाव में हम एनडीए के उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं। पूरा एनडीए एकजुट होकर उपराष्ट्रपति चुनाव में वोट करेगा। सीपी राधाकृष्णन की जीत सुनिश्चित है।"
चुनाव आयोग के पूरे देश में एसआईआर शुरू करने की योजना पर उन्होंने कहा, "लोकतंत्र में एक-दूसरे को लेकर शिकायत करने का पूरा अधिकार है। मेरा मानना है कि बिहार में एसआईआर को लेकर कोई मुद्दा नहीं है। राहुल गांधी बिहार में जहां-जहां भी गए हैं, वहां राजस्थान और मध्य प्रदेश से बाहर के लोग आए थे और उनका बिहार की जनता से कोई लगाव नहीं था। आम जनता में एसआईआर के मुद्दे को कोई समर्थन प्राप्त नहीं है। यह उनके लिए कोई महत्व नहीं रखता। एसआईआर का मुद्दा अब प्रासंगिक नहीं रहा और चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से निभा रहा है।"
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मैं बताना चाहूंगा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के उम्मीदवार बिहार में जरूर जीतकर आएंगे और नीतीश कुमार प्रधानमंत्री के हाथों को मजबूत करने का काम करेंगे।"
इससे पहले, भाजपा के राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने पूरे देश में एसआईआर शुरू करने की योजना का समर्थन किया था।
गुलाम अली खटाना ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा था, "एसआईआर एक अच्छा कदम है और मुझे लगता है कि पारदर्शिता बहुत जरूरी है। यह एक बड़ा कदम है। कांग्रेस और विपक्षी दलों ने भारत के चुनाव आयोग को लेकर जनता के मन में जो डर पैदा करने की कोशिश की है, यह योजना उसमें पारदर्शिता और जवाबदेही लाएगी। मुझे लगता है कि जगह-जगह पर दो या तीन वोट बने हैं, इसके होने से फर्जी वोट जरूर कटेंगे। जिनका वोट बनना होगा, उनका ही बनेगा। इसके अलावा, पलायन करने वाले लोग जहां भी रहते हैं, उनका मत वहीं बनाया जाएगा।"