क्या बिहार के विशेष गहन पुनरीक्षण पर सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष?

सारांश
Key Takeaways
- विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्षी एकता बढ़ रही है।
- संसद में विरोध प्रदर्शन की योजना है।
- मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा।
- सरकार पर निशाना साधने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मामले पर 'इंडिया ब्लॉक' के नेताओं की मंगलवार सुबह 10 बजे संसद में एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इस बैठक में एसआईआर के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दलों के नेता इस मुद्दे को संसद में उठाने की योजना बना रहे हैं। साथ ही, विपक्षी सांसदों द्वारा मंगलवार सुबह 10:30 बजे संसद के मकर द्वार पर विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा।
संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। पहले दिन की कार्यवाही के दौरान विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया, जिसके कारण कई बार सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
इस दौरान विपक्षी सांसदों ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि बिहार में चुनाव आयोग की जो प्रक्रिया चल रही है, हम उस पर गंभीर चर्चा की मांग कर रहे हैं। यह प्रक्रिया लोकतंत्र के खिलाफ है और इससे लोगों के मतदान के अधिकार का हनन हो रहा है। सदन में नेता विपक्ष राहुल गांधी को बोलने से रोका जा रहा है, ऐसे में सदन कैसे चलेगा?
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, "हमने सदन में यह मुद्दा उठाया कि पहलगाम पर चर्चा कब होगी, जिसमें प्रधानमंत्री भी शामिल हों। साथ ही, हम चाहते थे कि बिहार में एसआईआर के मुद्दे पर भी चर्चा की जाए। जब इन मुद्दों पर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई, तो सभी विपक्षी दलों ने कल तक के लिए राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया।"
गौरतलब है कि मानसून सत्र 21 जुलाई से लेकर 21 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र कुल 32 दिनों तक चलेगा, जिसमें 21 बैठकें निर्धारित हैं। स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए संसद के दोनों सदन 12 अगस्त से 17 अगस्त तक स्थगित रहेंगे। इसके बाद 18 अगस्त को यह सत्र फिर से प्रारंभ होगा।