क्या बिहार में 125 यूनिट बिजली मुफ्त करने का फैसला लोगों के लिए राहत लाएगा?: जीतन राम मांझी

सारांश
Key Takeaways
- बिहार सरकार ने 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने का निर्णय लिया है।
- इससे गरीबों और किसानों को लाभ होने की संभावना है।
- राजस्व पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा, ऐसा कहना है जीतन राम मांझी का।
- विपक्ष की आलोचना के बीच यह निर्णय महत्वपूर्ण है।
- राज्य में विकास की गति को बढ़ाने का एक प्रयास है।
पटना, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बिहार में 125 यूनिट बिजली मुफ्त करने के एनडीए सरकार के निर्णय को लोगों के लिए राहत भरा बताया। उन्होंने इसे एक सकारात्मक कदम मानते हुए कहा कि इससे राजस्व पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा “नकलची सरकार” कहे जाने पर मांझी ने कहा कि यह सिर्फ बोलने की बात है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव चार दिन से आए हैं जबकि नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से सरकार चला रहे हैं। विरोधियों का काम तो चलता रहेगा। नीतीश कुमार धीरे-धीरे देश और राज्य के हित में काम कर रहे हैं।
एक निजी अस्पताल में गोली चलने की घटना पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना निजी अस्पताल में हुई है, जहां सुरक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि गोली लगने वाला व्यक्ति भी अपराधी था। घटना के बाद कार्रवाई हो रही है और अपराधियों का एनकाउंटर भी किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ललन सिंह द्वारा मटन पार्टी दिए जाने पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग सावन में मटन खाते हैं जबकि कुछ नहीं, यह चर्चा का विषय नहीं होना चाहिए।
राजद नेता के “भूरा बाल साफ करो” के बयान पर मांझी ने कहा, “हमारे बीच कहा जाता है कि 'रस्सी जल जाए लेकिन ऐंठन नहीं जाए।' राजद और महागठबंधन वाले हाशिए पर हैं, फिर भी समाज को तोड़ने वाली बातें करते हैं। बिहार के लोग इस चुनाव में उन्हें सबक सिखाएंगे।”
बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने निजी अस्पताल में गोली चलने की घटना को गंभीर बताया। उन्होंने 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इसका लाभ गरीबों और किसानों को होगा। उन्होंने बताया कि पहले भी 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही थी।
विपक्ष द्वारा “नकलची सरकार” कहे जाने पर चौधरी ने कहा, “पहले बिहार का बजट 24000 करोड़ रुपये था, आज 3 लाख 18 करोड़ रुपये का है। सरकार किसकी नकल कर रही है? क्या कोई उम्मीद कर सकता था? जब नीतीश कुमार की सरकार बनी थी, तब 8000 किलोमीटर सड़कें थीं, आज 1.41 लाख किलोमीटर सड़क योजना का शिलान्यास किया गया है। क्या यह नकल है?”
उन्होंने आगे कहा कि नकल तेजस्वी यादव कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने ऐसी पांच योजनाओं की शुरुआत की है, जिन्हें भारत सरकार और अन्य राज्यों ने स्वीकार किया है। नकल दूसरे लोग करते हैं। नीतीश कुमार को किसी की नकल करने की आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि वे आएंगे और कई सौगात देंगे, जिससे बिहार के विकास को बल मिलेगा।