क्या बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने किशनगंज में अमीन को एक लाख रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई।
- किशनगंज में अमीन का गिरफ्तार होना।
- एक लाख रुपए की रिश्वत का मामला।
- बीते वर्ष की 50वीं कार्रवाई।
- जांच में सहयोग देने वाले शिकायतकर्ता का महत्व।
पटना, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने गुरुवार को किशनगंज के भू अर्जन कार्यालय में कार्यरत अमीन निरंजन प्रसाद दांगी को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई बिहार निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की इस वर्ष की 50वीं कार्रवाई है।
सूत्रों के अनुसार, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की एक टीम ने किशनगंज जिला परिषद कार्यालय के गेट के पास अमीन दांगी को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। इस मामले में मोहम्मद अजमेर आलम ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अमीन दांगी 71 डिसमिल जमीन, जो महानन्दा नदी पर बाढ़ तटबंध निर्माण परियोजना के तहत भू-अर्जन के लिए है, के मुआवजे में दो लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा था।
ब्यूरो द्वारा शिकायत की जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद पुलिस उपाधीक्षक संजय कुमार के नेतृत्व में एक धावादल का गठन किया गया। धावादल ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए आरोपी निरंजन प्रसाद दांगी को किशनगंज जिला परिषद कार्यालय के गेट के बाहर से रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी के किराए के मकान से अतिरिक्त 2.66 लाख रुपए भी बरामद किए गए हैं।
आरोपी के आवास से इस मामले से संबंधित मूल दस्तावेज भी जब्त कर लिए गए हैं। गिरफ्तार अमीन से पूछताछ और आगे की जांच की जा रही है। इसी दिन, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भोजपुर जिले के पीरो अंचल कार्यालय में कार्यरत राजस्व कर्मचारी राजा कुमार दास को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।