क्या बिहार में अपराधी निरंकुश हैं, दलित और पिछड़ों को न्याय नहीं मिल रहा? : मंगनी लाल मंडल

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में गिरती कानून व्यवस्था
- पुलिस की नाकामी
- दलितों और पिछड़ों का न्याय
- राजद की जांच कमेटी का गठन
- पीड़ित परिवार को न्यायिक मदद
पटना, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने राज्य की गिरती कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से नाकाम हो रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में दलितों और पिछड़ों को न्याय नहीं मिल रहा है।
राजद प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कई ऐसे मामलों का जिक्र किया, जहां पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने खगड़िया के खरीक थाना क्षेत्र में एक महिला की हत्या और शव पर तेजाब डालने की घटना को भी उठाया। उन्होंने कहा कि 14 जून को एक महिला के साथ दुष्कर्म कर उसे नृशंस रूप से हत्या कर दिया गया, लेकिन पुलिस आरोपियों को बचाने में जुटी हुई है।
राजद प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अति पिछड़ा समाज की एक महिला के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की गई और उसके शव पर तेजाब डाल दिया गया। हत्या के समय महिला के गुप्तांगों को भी क्षत-विक्षत किया गया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने अब तक शव को परिजनों को नहीं सौंपा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस संलिप्त बदमाश को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्राथमिकी भी सही तरीके से दर्ज नहीं की गई है।
मंगनी लाल मंडल ने बताया कि इस मामले की जाँच के लिए राजद ने एक जांच कमेटी बनाई थी। दर्ज एफआईआर में हत्या की धारा तक नहीं लगाई गई है और मुख्य आरोपी का नाम तक नहीं है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि पुलिस किसे बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी पीड़ित परिवार को न्यायिक मदद भी प्रदान करेगी। ऐसे कई मामले पार्टी के समक्ष आए हैं।