क्या बिहार को 20 साल पहले लालू के समय का जंगलराज याद है?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार की जनता को जंगलराज का अनुभव है।
- महागठबंधन को नकारने का संकेत है।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास हो रहा है।
- जयराम रमेश की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया।
- भारत की विदेश नीति पर विश्वास।
लखनऊ, 24 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजनीति में इस समय चुनावी गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। महागठबंधन द्वारा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और मुकेश साहनी को डिप्टी सीएम के उम्मीदवार बनाने पर उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता को 20 साल पहले का वह समय याद है जब प्रदेश में जंगलराज था।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "20 साल पहले लालू यादव की सरकार के दौरान बिहार के लोगों ने जो कठिनाइयाँ झेली हैं, वह आज भी उन्हें याद हैं। जंगलराज, गुंडागर्दी, लूटपाट और ज़मीनों पर कब्ज़ा ये सब लालू यादव के कार्यकाल की पहचान थे, और यही कारण है कि विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव को जनता के बीच कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।"
जयवीर सिंह ने लालू यादव के परिवार पर तंज कसते हुए कहा, "बिहार की जनता अब लालू परिवार को फिर से सहन करने के लिए तैयार नहीं है। बिहार के लोगों को सब कुछ स्पष्ट हो गया है। इसलिए वे महागठबंधन को नकार रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि अब बिहार के लोगों के पास एक मजबूत विकल्प मौजूद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का विकास लगातार हो रहा है, जिसे बिहार की जनता देख रही है। लोग जानते हैं कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नया बिहार बन रहा है। सरकार की सभी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुँच रहा है। बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने की संभावना है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश की टिप्पणी पर, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मलेशिया दौरे को रद्द बताया था, जयवीर सिंह ने कहा कि भारत की विदेश नीति हमेशा अपने हितों को ध्यान में रखकर निर्णय लेने की है। भारत न तो डरता है और न झुकता है। आज पूरी दुनिया इसे जानती है।
अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने के बयान पर जयवीर सिंह ने कहा कि भारत कभी भी अमेरिका के सामने झुका नहीं है और न ही झुकेगा। टैरिफ बढ़ने से भारत पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। भारत ने इसका वैकल्पिक रास्ता खोज लिया है।