क्या बिहार में 50 हजार का इनामी अपराधी अरविंद सहनी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया?

सारांश
Key Takeaways
- मुठभेड़ में पुलिस की कार्रवाई महत्वपूर्ण थी।
- अरविंद सहनी पर कई गंभीर आपराधिक मामलों का आरोप था।
- पुलिस को अपराधियों की सूचना समय पर मिली।
- घटनास्थल पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया।
- सुरक्षा बलों की तत्परता से कई अपराधियों को पकड़ा जा सकता है।
हाजीपुर, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के वैशाली जिले में गुरुवार को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मुजफ्फरपुर पुलिस द्वारा 50 हजार रुपये का इनामी अपराधी अरविंद सहनी को पुलिस ने मार गिराया।
इस मुठभेड़ में विशेष कार्य बल के एक जवान के घायल होने की भी सूचना है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि कुछ अपराधी वैशाली थाना क्षेत्र के चिन्तामनीपुर स्कूल के पास के बगीचे में एकत्रित हुए हैं।
इसी सूचना के आधार पर पुलिस और एसटीएफ की एक टीम वहां छापेमारी करने पहुंची। पुलिस को देखकर अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की। इस दौरान पुलिस की गोली से एक अपराधी घायल हो गया, जबकि अन्य भागने में सफल रहे। घायल अपराधी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पहचान अरविंद सहनी के रूप में की गई है। वह मूल रूप से वैशाली जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के सहथा गांव का निवासी बताया जाता है। अरविंद सहनी पर सोना लूट, डकैती और रोड डकैती के मामलों में मुजफ्फरपुर, वैशाली और मोतिहारी में दर्जनों केस हैं। बताया गया कि उसने दूसरे राज्यों में भी सोना लूट की जघन्य वारदातें की हैं।
मुजफ्फरपुर पुलिस ने इस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। इस घटना की पुष्टि वैशाली के पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने की है। बताया गया कि विभिन्न जिलों की पुलिस उसे लंबे समय से तलाश कर रही थी। घटनास्थल पर एसटीएफ का एक जवान भी घायल हुआ है। मौके पर वैशाली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और बिहार एसटीएफ के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद हैं। पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है। घटनास्थल पर एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है।