क्या बिहार में कानून का राज स्थापित है? शाहनवाज हुसैन का बयान

सारांश
Key Takeaways
- बिहार में कानून का राज स्थापित है।
- नीतीश सरकार अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है।
- गोपाल खेमका हत्या की घटना पर पुलिस ने एक्शन लिया।
- मतदाता सत्यापन का कार्य सही तरीके से हो रहा है।
- बिहार के चुनाव में केवल स्थानीय मतदाता ही वोट डालेंगे।
नई दिल्ली, 13 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पटना के उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के मामले में नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर रही है। इस मामले की जांच चल रही है और अब भाजपा नेता की हत्या के बाद विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेर लिया है।
विपक्ष लगातार कानून व्यवस्था को संभालने में डबल इंजन सरकार की विफलता पर सवाल उठा रहा है। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में कानून का राज स्थापित है और राज्य ने किसी भी प्रकार के अपराधियों के साथ कोई समझौता नहीं किया है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुशासन है। जब कोई अपराध होता है, उस पर कार्रवाई की जाती है।
हुसैन ने गोपाल खेमका हत्याकांड का उल्लेख करते हुए कहा कि इस मामले में पुलिस ने एक्शन लिया। एक अपराधी का एनकाउंटर हुआ और कुछ की गिरफ्तारी भी की गई। नीतीश सरकार अपराध के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती है और आगे भी ऐसा ही जारी रहेगा। रविवार को जो घटना घटी, उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें कानून व्यवस्था पर ज्ञान देने से पहले लालू प्रसाद यादव के जंगलराज को याद करना चाहिए। लालू राज में अपराधियों का संरक्षण होता था। वर्तमान सरकार में अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाती है, समझौता नहीं होता। जो भी अपराध करेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई तय है।
उन्होंने कहा कि बिहार में मतदाता सत्यापन और पुनरीक्षण का कार्य सही तरीके से चल रहा है। कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोर्ट ने इस पर कोई रोक नहीं लगाई। बिहार के लोग ही बिहार के भाग्य का निर्णय करेंगे। सत्यापन सही तरीके से हो रहा है। इस दौरान नेपाल और बांग्लादेश के लोग भी मिल रहे हैं, जो बिहार में वोटर बने हुए हैं। ऐसे लोगों को वोटर लिस्ट से बाहर करने का काम किया जाएगा। चुनाव में केवल बिहार के वोटर ही वोट डालेंगे।