क्या बिहार में एनडीए की हार और महागठबंधन की सरकार बनना तय है? : सपा प्रवक्ता आजम खान

सारांश
Key Takeaways
- बिहार की जनता महागठबंधन के पक्ष में है।
- एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप।
- पलायन और एसआईआर की पारदर्शिता पर जोर।
- भाजपा की दोहरी नीति की आलोचना।
- बिहार में बदलाव की लहर।
लखनऊ, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रवक्ता आजम खान ने बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने यह तय कर लिया है कि अगली सरकार महागठबंधन की होगी। खान ने एनडीए पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 20 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने बिहार में केवल लूट मचाई है। इस बार जनता उनके झांसे में नहीं आएगी।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बिहार दौरे पर तंज कसा, यह कहते हुए कि बिहार में नफरत की राजनीति का कोई स्थान नहीं है। उनके किसी भी बयान का कोई असर नहीं होगा। बिहार की जनता समझदार है और बुलडोजर की राजनीति को नहीं अपनाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी पर भरोसा नहीं करेगी, क्योंकि वहाँ 20 वर्षों से लूट चल रही है। अगली सरकार महागठबंधन की होगी।
दुर्गापुर गैंगरेप मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजने पर उन्होंने कहा कि वहाँ के राज्यपाल अचानक सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में, जहाँ हाल ही में लखनऊ जैसे शहर में गैंगरेप की घटना हुई, वहाँ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, जो स्वयं एक महिला हैं, कोई सक्रियता नहीं दिखातीं। यह भाजपा और उनके राज्यपालों की दोहरी नीति है। बंगाल का गैंगरेप उन्हें दिखता है, लेकिन उत्तर प्रदेश, बिहार या अन्य भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएँ उन्हें नजर नहीं आतीं।
उन्होंने एसआईआर का जिक्र करते हुए कहा कि हम इसका विरोध नहीं कर रहे। हम चाहते हैं कि यह प्रक्रिया निष्पक्ष और ईमानदार हो। बिहार में पलायन एक बड़ा मुद्दा है। जो लोग नौकरी के लिए बाहर गए हैं, उनके नाम मतदाता सूची से नहीं हटाए जाने चाहिए। एसआईआर में पारदर्शिता होनी चाहिए, और बिहार के सभी पात्र मतदाताओं को सूची में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा' बयान पर उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए अफसोस की बात है कि हमारे फैसले अमेरिका से तय हो रहे हैं। ट्रंप सीजफायर की घोषणा करते हैं, जो भारत की विदेश नीति की विफलता को दर्शाता है।