क्या हमारी पहली प्राथमिकता लोगों को अधिक से अधिक रोजगार देना है: दिलीप जायसवाल?
सारांश
Key Takeaways
- उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने कार्यभार संभाला।
- बिहार में उद्योगों की स्थापना प्राथमिकता होगी।
- लोगों को रोजगार देने का वादा किया।
- पलायन रोकने की योजना बनाई जा रही है।
- किशनगंज में चाय उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
पटना, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने मंगलवार को उद्योग विभाग का कार्यभार संभाला। कार्यभार ग्रहण करने के बाद, उन्होंने विभाग की प्राथमिकताओं पर जोर देते हुए कहा कि बिहार में जल्द से जल्द उद्योग स्थापित किए जाएंगे और लोगों को रोजगार प्रदान किया जाएगा।
उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं कि मुझे उद्योग विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। मैं पहले राजस्व मंत्री था, उस दौरान काम न करने वाले 136 अधिकारियों पर कार्रवाई की थी। इसके साथ ही, प्रदेश में राजस्व विभाग के माहौल को समय पर सही किया था।
उन्होंने कहा कि जब मुझे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था, तो मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी कि बिहार में एनडीए सरकार लानी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुझ पर विश्वास जताकर मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाया और मैं उनके भरोसे पर खरा उतरा हूं।
दिलीप जायसवाल ने कहा कि एनडीए सरकार बिहार को कानून का राज देगी और अपराध मुक्त बिहार का मिशन शुरू हो चुका है। इसके साथ ही, बिहार में रोजगार देने का जो वादा किया गया है, उसे भी पूरा किया जाएगा। सबसे ज्यादा रोजगार उद्योग विभाग में मिलता है, इसलिए मेरी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। उद्योग विभाग में कई ऐसे अधिकारी हैं जिन्हें पता है कि कैसे युवाओं को रोजगार दिया जाना है।
उन्होंने कहा कि मेरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि मैं बिहार में पलायन रोकूं। हमारी दो प्राथमिकताएं हैं: बिहार के युवाओं को रोजगार मिले और कानून का राज स्थापित हो। सभी को सरकारी नौकरी देना संभव नहीं है, इसलिए मैं युवाओं को कैसे रोजगार मिले, इसका रोड मैप तैयार करने जा रहा हूं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि किशनगंज चाय के लिए मशहूर है। यहां चाय उद्योग को बहुत बढ़ावा मिलेगा और अगर और भी चाय फैक्ट्रियां लगेंगी तो रोजगार बढ़ेगा। जिले में एक सरकारी और कई निजी चाय फैक्ट्रियां हैं, लेकिन अब उम्मीद है कि जिले में चाय की फैक्ट्री की संख्या में बढ़ोतरी होगी।