क्या बिहार सफाई कर्मचारी आयोग का गठन ऐतिहासिक है? - संजय झा

सारांश
Key Takeaways
- सफाई कर्मचारी आयोग का गठन ऐतिहासिक है।
- यह आयोग सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करेगा।
- मुख्यमंत्री ने इस निर्णय को महत्वपूर्ण बताया।
- सफाई कर्मचारी स्वच्छता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- नया भारत अब आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
पटना, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सांसद संजय कुमार झा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस निर्णय को ऐतिहासिक करार दिया है, जिसमें मुख्यमंत्री ने रविवार को बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए।
संजय झा ने कहा कि यह आयोग सफाई कर्मचारियों की समस्याओं और चुनौतियों का समाधान करने के लिए स्थापित किया जा रहा है, क्योंकि ये कर्मचारी स्वच्छता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आयोग का गठन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक महत्वपूर्ण निर्णय है।
रविवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आयोग के गठन की घोषणा की। उन्होंने अपने पोस्ट में इस आयोग की आवश्यकता और इससे होने वाले लाभों का उल्लेख किया।
जदयू सांसद संजय झा ने पीएम नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा, "वे जवाहरलाल नेहरू के बाद सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने मोदी के नेतृत्व में भारत के चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना जताई। तीन बार चुनाव जीतना असाधारण है, और विदेशों में भी मोदी को सम्मान मिला है।"
झा ने स्कूलों में 'ऑपरेशन सिंदूर' को पढ़ाने के निर्णय का समर्थन करते हुए इसे एक सही कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह कोई साधारण घटना नहीं है, बल्कि भारतीय सेना के पराक्रम का प्रतीक है, जिसे सभी को समझना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह नया भारत है और भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया किया। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में किसी भी घटना को युद्ध के रूप में लिया जाएगा। झा ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह नया भारत है, जो अब घर में घुसकर मारता है।