क्या बिहार के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है, बाबा गरीबनाथ में शिवभक्तों की भीड़?

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क्या बिहार के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है, बाबा गरीबनाथ में शिवभक्तों की भीड़?

सारांश

बिहार के मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ के दरबार में उमड़े आस्था के सैलाब ने सबका ध्यान खींचा है। श्रावण की दूसरी सोमवारी पर लाखों भक्त जलाभिषेक कर रहे हैं, जो न केवल धार्मिक आस्था को दर्शाता है, बल्कि समाज की एकता का प्रतीक भी है।

Key Takeaways

  • श्रावण का महीना भगवान शिव की उपासना का विशेष समय है।
  • बाबा गरीबनाथ का जलाभिषेक लाखों भक्तों द्वारा किया जा रहा है।
  • कांवड़ यात्रा में आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है।
  • सावन सोमवार का दिन विशेष पूजा और व्रत के लिए महत्वपूर्ण है।
  • धार्मिक आस्था समाज को जोड़ने का कार्य करती है।

पटना, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महादेव के प्रिय महीने श्रावण की दूसरी सोमवारी पर प्रदेश के सभी शिवालयों में 'हर-हर महादेव' की गूंज सुनाई दे रही है। बिहार के देवघर माने जाने वाले मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ के दरबार में सुबह से ही बड़ी संख्या में कांवड़िये जलाभिषेक के लिए पहुँच रहे हैं।

बाबा गरीबनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है। रविवार रात से ही मंदिर परिसर और इसके आस-पास का क्षेत्र कांवड़ियों से भरा हुआ है। मंदिर प्रशासन के अनुसार, अब तक लगभग एक लाख कांवड़िये बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक कर चुके हैं। कांवड़ियों में श्रावण महीने को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।

हाजीपुर, सरैया, भगवानपुर, गोरौल और तुर्की से आने वाले कांवड़ियों के जत्थे का प्रवेश लगातार हो रहा है। मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। प्रशासन और स्वयंसेवकों ने जलाभिषेक को सुचारू रूप से संपन्न कराने में मदद की है। बाबा गरीबनाथ धाम के प्रधान पुजारी विनय पाठक के अनुसार, हाजीपुर के पहलेजा घाट से जल लेकर विभिन्न मनोकामनाओं के साथ लाखों शिव भक्त कावड़िया जलाभिषेक करने के लिए हर वर्ष आते हैं। श्रद्धालु अरघा के माध्यम से जलाभिषेक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रविवार रात 12 बजे से जलाभिषेक का क्रम शुरू हुआ, जो सोमवारी देर शाम तक निर्बाध रूप से चलता रहेगा।

इसी बीच, राजधानी पटना के शिवालयों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। कई शिवालयों में रुद्राभिषेक का आयोजन किया जा रहा है। सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर, मोतिहारी के सोमेश्वर मंदिर और रोहतास के गुप्ताधाम में भी शिव भक्त बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं और भगवान का जलाभिषेक कर रहे हैं।

पंडितों के अनुसार, आज का दिन हर और हरि दोनों की उपासना के लिए विशेष महत्व रखता है। सावन सोमवार के दिन भगवान शिव के भक्त विधिपूर्वक शिव पूजन और जलाभिषेक करते हैं साथ ही व्रत भी रखते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

Point of View

बल्कि यह समाज की एकता और भाईचारे का प्रतीक भी है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

बाबा गरीबनाथ कौन हैं?
बाबा गरीबनाथ हिन्दू धर्म में भगवान शिव के एक रूप माने जाते हैं, जिन्हें भक्तों का विशेष श्रद्धा प्राप्त है।
श्रावण का महीना क्यों महत्वपूर्ण है?
श्रावण का महीना भगवान शिव की उपासना के लिए विशेष माना जाता है, और इस दौरान भक्त जलाभिषेक करते हैं।
कांवड़ यात्रा क्या है?
कांवड़ यात्रा एक धार्मिक यात्रा है जिसमें भक्त गंगा जल लेकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं।
क्या जलाभिषेक का कोई विशेष तरीका है?
हाँ, जलाभिषेक विधिपूर्वक करना चाहिए, जिसमें अरघा के माध्यम से जल अर्पित किया जाता है।
सावन सोमवार का क्या महत्व है?
सावन सोमवार विशेष दिन है जब भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं, जिससे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।