क्या बिहार में सुशासन की सरकार फिर से लौट रही है?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव के दो चरणों में वोटिंग हुई थी।
- जदयू ने सुशासन की सरकार की वापसी का संकेत दिया है।
- नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद जता रहे हैं।
- जनता का मूड तेजस्वी यादव के खिलाफ है।
पटना, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजनीति एक बार फिर नए मोड़ पर खड़ी है। शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। इस बीच, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल से एक पोस्ट जारी कर राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है।
जदयू के आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में लिखा गया, "बस कुछ घंटों का इंतजार, फिर से आ रही है सुशासन की सरकार।" इस पोस्ट में एक ग्राफिक बना हुआ है, जिसमें नीतीश कुमार की तस्वीर और बैकग्राउंड में जनता की भीड़ को दिखाया गया है।
इसके साथ ही फोटो कैप्शन में लिखा गया है- 'बस कुछ घंटों का इंतजार, फिर से आ रही है सुशासन की सरकार।'
गौरतलब है कि बिहार चुनाव के दो चरणों में वोटिंग कराई गई थी। पहले चरण के लिए 6 नवंबर को वोटिंग हुई थी और दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर को वोट डाले गए थे। वहीं, 14 नवंबर (गुरुवार) को वोटों की गिनती जारी है।
इससे पहले 13 नवंबर को जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने राष्ट्र प्रेस से कहा था कि जनता का मूड साफ तौर पर यह संकेत दे रहा है कि तेजस्वी यादव की नेतृत्व क्षमता को बिहार स्वीकार नहीं करेगा।
उन्होंने कहा था, "तेजस्वी यादव चार राज्यों (बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली) में केस का सामना कर रहे हैं। जनता ऐसे नेता को स्वीकार नहीं करेगी जो खुद सवालों के घेरे में है।"
नीरज कुमार ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था कि बिहार की जनता भावनाओं की जगह अनुभव को अपना वोट देती है। लोग जानते हैं कि विकास किसने किया और स्थिरता किसने दी। तेजस्वी यादव का नाम आते ही लोगों को याद आता है जंगलराज का दौर, जबकि नीतीश कुमार का नाम आता है तो भरोसे और विकास की बात होती है।
उन्होंने दावा किया था कि नीतीश कुमार 10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे।