क्या बिहार में विकास की रफ्तार तेज हो रही है, लेकिन जंगलराज की यादें नहीं भुलाई जा सकतीं?

सारांश
Key Takeaways
- बिहार की जनता ने जंगलराज से उबरने का प्रयास किया है।
- विकास के लिए एनडीए सरकार के कदम महत्वपूर्ण हैं।
- घुसपैठ और सुरक्षा मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।
- विपक्ष के आरोपों को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज किया है।
- मतदाता पुनरीक्षण अभियान आवश्यक है।
अहमदाबाद, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रोहन गुप्ता ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी जितना बिहार में घूमेंगे, उतना ही लोगों को जंगलराज की याद आएगी। बिहार की जनता उस दौर को कभी नहीं भूल सकती। जनता ने बड़ी मेहनत से उस समय से निकलकर विकास का मार्ग चुना है। एनडीए के नेतृत्व में बिहार अब विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है और जनता ने इसे और गति देने का संकल्प लिया है।
रोहन गुप्ता ने विपक्ष पर मुद्दों को भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके प्रयास अब जनता के सामने बेनकाब हो चुके हैं।
सीमांचल में घुसपैठ के मुद्दे पर रोहन गुप्ता ने गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सीमांचल में आधार कार्ड का अनुपात 108-110 प्रतिशत तक पहुंच गया है, यानी वहां की जनसंख्या से अधिक आधार कार्ड हैं।
उन्होंने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया और कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार-बार घुसपैठ को गंभीर समस्या बताया है। हमें इस दिशा में सख्त कदम उठाकर स्थिति को साफ करना होगा।"
वक्फ बोर्ड संशोधन कानून को लेकर भी रोहन गुप्ता ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष के दुष्प्रचार को खारिज किया है, जिसमें वक्फ कानून को मुस्लिमों की जमीन हड़पने वाला बताया गया था।
उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि अवैध गतिविधियों को रोकना आवश्यक है। अदालत ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह कानून वैध है और इसे संविधान के अनुसार लागू किया जाना चाहिए। विपक्ष अपनी हर हार को नैतिक जीत के रूप में पेश करता है, लेकिन कोर्ट के फैसले ने उनके मुंह पर तमाचा मारा है।"
गुप्ता ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) पर चर्चा करते हुए कहा कि यह पूरे देश की मांग है। माइग्रेंट आबादी के कारण कई स्थानों पर डबल वोटर की समस्या देखी गई है, जिसका लाभ उठाकर विपक्ष ने वोट चोरी की राजनीति की है। आखिर विपक्ष डबल वोटरों को हटाने के खिलाफ क्यों है? बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में इस समस्या से निपटने के लिए एसआईआर आवश्यक है।
उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि वे एनडीए के विकास कार्यों पर विश्वास रखें और विपक्ष के भ्रामक प्रचार से दूर रहें। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बिहार को विकास के नए आयाम दे रही है।