क्या औरंगाबाद में बिजली करंट से पुलिसकर्मी की मौत ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया?

सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहें।
- बिजली से संबंधित उपकरणों का उपयोग सावधानी से करें।
- एक युवा पुलिसकर्मी की आकस्मिक मौत ने पूरे गांव को प्रभावित किया।
- परिवारों को ऐसे हादसों का सामना करना पड़ता है।
- मिलनसार व्यक्तित्व का समाज पर गहरा प्रभाव होता है।
औरंगाबाद, १३ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के औरंगाबाद जिले के सलैया थाना क्षेत्र के जोगड़ी गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें ३२ वर्षीय संजय कुमार बिजली करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। यह घटना शनिवार को उस समय हुई, जब संजय अपने घर की साफ-सफाई कर रहे थे। इस हादसे ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है。
मृतक संजय कुमार बिहार पुलिस में जवान थे और २०१७ में उनकी नियुक्ति हुई थी। वह वर्तमान में मोतिहारी में तैनात थे और दो दिन पहले ही छुट्टी पर अपने गांव जोगड़ी आए थे।
जानकारी के अनुसार, सफाई करते समय वह बिजली के तारों के संपर्क में आ गए, जिससे वह करंट की चपेट में आ गए। शोर सुनकर परिजनों ने तुरंत बिजली का कनेक्शन काटने की कोशिश की और उन्हें नजदीकी मदनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर किया गया।
सदर अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने संजय की जांच की और उन्हें मृत घोषित कर दिया।
संजय के निधन की खबर सुनते ही पूरे जोगड़ी गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना की सूचना मिलते ही सलैया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है। संजय की २०१० में रेणु देवी से शादी हुई थी और उनके दो बच्चे हैं। उनकी अचानक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव वालों का कहना है कि संजय एक मिलनसार व्यक्ति थे।