क्या भाजपा-चुनाव आयोग मिलकर वोट चोरी में जुटे हैं? : कृष्णा अलावरू

सारांश
Key Takeaways
- कृष्णा अलावरू ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- मतदाता पुनरीक्षण अभियान में 35 लाख वोटर हटाए जा रहे हैं।
- भाजपा का मतदाता सूची पर नियंत्रण बढ़ रहा है।
- बिहार में गुंडाराज की स्थिति पर चिंता जताई गई है।
- राजनीतिक प्रतिस्पर्धा में आरोप-प्रत्यारोप आम बात है।
पटना, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में मतदाता पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) का विपक्षी दल लगातार विरोध कर रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता कृष्णा अलावरू ने कहा कि भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर वोट चोरी का काम कर रहे हैं।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि एसआईआर के तहत 35 लाख वोटर हटाए जा रहे हैं, यह बहुत हल्के में हम लोग कह रहे हैं। पिछली बार बिहार में सरकार और विपक्ष के बीच में लगभग 12 हजार वोट का अंतर था। जब इतने मतों में सरकार आगे-पीछे हो रही है, तो हम 35 लाख की कैसे बात कर सकते हैं?
उन्होंने कहा कि बिहार में जब भाजपा को पता लग गया कि विपक्ष मजबूत हो रहा है और भाजपा शायद सरकार नहीं बना पा रही है, तो चुनाव आयोग और भाजपा ने मिलकर वोट चोरी का काम शुरू कर दिया। भाजपा सीधे तौर पर वोट चोरी करने का काम कर रही है। पहले बिहार में जगह-जगह बूथ कैप्चरिंग होती थी और अब भाजपा-चुनाव आयोग मिलकर मतदाता सूची कैप्चर कर रही है, इसका नाम एसआईआर दिया है, इसका विरोध तो होगा ही।
उन्होंने कहा कि जब से नीतीश कुमार अस्वस्थ हुए हैं तब से प्रदेश में गुंडाराज बढ़ गया है। भाजपा को इस बात की जानकारी है कि इस बार चुनाव में वह जीतने वाली नहीं है। ऐसे में बिहार में चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने चुनाव आयोग को सेट कर लिया है। इसी के तहत चुनाव आयोग ने एसआईआर अभियान चलाया और लोगों को वोटर लिस्ट से निकलवाने का काम किया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के फर्जीवाड़े के बयान पर उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव आयोग छुपकर और डरकर काम कर रहा था। लेकिन, चोरी पकड़ी गई। वहीं, बिहार में चुनाव आयोग और भाजपा ने खुलेआम सांठगांठ कर वोट चोरी कर चुनाव जीतना चाहते हैं।