क्या भाजपा और जदयू में सीटों को लेकर कोई टकराव नहीं है: केसी त्यागी?

सारांश
Key Takeaways
- जदयू और भाजपा के बीच कोई टकराव नहीं है।
- 2005 से दोनों दल एकसाथ चुनाव लड़ते आ रहे हैं।
- एनडीए में नई पार्टियों की शामिल होने से सीट शेयरिंग पर बातचीत चल रही है।
- लेह में हिंसा का समर्थन नहीं किया जा सकता।
- संविधान सभी को अपने धर्म का प्रचार करने की इजाजत देता है।
नई दिल्ली, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के संदर्भ में जदयू और भाजपा के बीच तनाव की अफवाहों को पूरी तरह से खारिज किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों में कोई टकराव नहीं है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने बताया कि 2005 से जदयू और भाजपा लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों में एकसाथ चुनाव लड़ते आ रहे हैं, इसलिए मनमुटाव का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि एनडीए में कुछ नई पार्टियों का प्रवेश हुआ है, जैसे रामविलास पासवान की पार्टी, जीतन राम मांझी की पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत लगातार चल रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की मुख्य भूमिका को लेकर अटकलों पर त्यागी ने कहा कि भाजपा की ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है। पिछले चुनाव की स्थिति इस बार भी बरकरार रहेगी।
'आई लव मुहम्मद' नारे पर उठे विवाद पर त्यागी ने कहा कि वह इस नारे का विरोधी नहीं हैं। संविधान सभी को अपने धर्म के प्रचार-प्रसार की इजाजत देता है, लेकिन वह हिंसा और कानून तोड़ने के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई कानून को अपने हाथ में लेगा तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।
लेह में हाल के घटनाक्रमों पर त्यागी ने कहा कि लेह में सब कुछ सामान्य नहीं है। वहां हुई हिंसा का कोई समर्थन नहीं कर सकता, लेकिन वहां के नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए केंद्र सरकार और आंदोलनकारियों के बीच बातचीत होनी चाहिए।
बता दें कि लेह हिंसा के तीन दिन बाद 26 सितंबर को पुलिस ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया। उन पर हिंसा भड़काने का आरोप है। हालात के मद्देनजर इंटरनेट सेवा को तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया गया है।
लेह पुलिस के मुताबिक 24 सितंबर को प्रदर्शनकारियों को हिंसा के लिए उकसाने के आरोप में पुलिस ने सोनम वांगचुक के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की थीं, जिसके बाद उन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया।