क्या भाजपा ने सीपी राधाकृष्णन की जीत को ऐतिहासिक बताया? केशव प्रसाद का कहना है- इंडी गठबंधन हुआ ध्वस्त

Key Takeaways
- सीपी राधाकृष्णन की उपराष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत।
- एनडीए का मजबूत प्रदर्शन।
- दक्षिण भारत में उत्साह।
- भाजपा का एकजुट होना।
- राजकुमार चाहर का समर्थन।
लखनऊ, १० सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सीपी राधाकृष्णन की उपराष्ट्रपति चुनाव में मिली जीत पर बधाई दी। उन्होंने इस जीत को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि यह एनडीए की सफलता का प्रतीक है।
केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "यह निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक जीत है। भाजपा गठबंधन ने शानदार सफलता हासिल की है और सीपी राधाकृष्णन को देश के नए उपराष्ट्रपति का दायित्व मिला है। मैं अपनी और उत्तर प्रदेश की २५ करोड़ जनता की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में देश एक नई ऊंचाई को प्राप्त करेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "देश उत्साहित है और सबसे अधिक उत्साह दक्षिण भारत में है। उपराष्ट्रपति चुनाव में जितने वोट एनडीए के पास थे, हमारे प्रत्याशी को उससे अधिक वोट मिले। इस चुनाव से पता चलता है कि एनडीए गठबंधन मजबूत हुआ है और इंडी गठबंधन ध्वस्त हुआ है।"
भाजपा सांसद राजकुमार चाहर ने सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा, "उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की संभावित जीत पहले से ही स्पष्ट थी। पूरा एनडीए एकजुट था और हमारे पास सीपी राधाकृष्णन जैसे मजबूत व्यक्तित्व थे, जो दक्षिण भारत से आते हैं। वे वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रह चुके हैं। उनकी जीत निश्चित थी और वास्तव में, यह एकतरफा जीत साबित हुई। मैं सीपी राधाकृष्णन को जीत की बधाई देता हूं।"
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा को 'यूज एंड थ्रो' पार्टी कहने पर राजकुमार चाहर ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव जो चाहें कह सकते हैं, यह उनका अधिकार है, लेकिन 'यूज एंड थ्रो' जैसे शब्दों का इस्तेमाल अनुचित है। वे अक्सर राहुल गांधी जैसे बयान देते हैं, जो अर्थहीन हैं। वे हताश और निराश नजर आते हैं। मुझे लगता है कि अखिलेश यादव को संसदीय दायरे में रहकर बयान देना चाहिए।"
बता दें कि एनडीए की ओर से समर्थित उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्हें ४५२ मत मिले। इस जीत के साथ ही वह देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए चयनित हो गए हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल वोटर संख्या ७८८ थी। इसमें ७ पद रिक्त रहने के कारण प्रभावी वोटर संख्या ७८१ रही। मंगलवार को हुए मतदान में ७६८ सांसदों ने वोट डाला, जबकि १३ सदस्य अनुपस्थित रहे। अनुपस्थित रहने वालों में बीआरएस के ४, बीजद के ७, शिरोमणि अकाली दल के १ और एक निर्दलीय सांसद शामिल थे।