क्या भाजपा नेता तमोघ्न घोष ने देशवासियों से स्वदेशी अपनाने की अपील की?

सारांश
Key Takeaways
- स्वदेशी अपनाने से आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलता है।
- त्योहारों में स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए।
- पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम से प्रेरणा लें।
- स्थानीय उत्पादों का उपयोग करने से लोकल फॉर वोकल को बल मिलेगा।
- खेलों में भी स्वदेशी उत्पादों का समर्थन करें।
कोलकाता, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम के 125वें एपिसोड में स्वदेशी को अपनाने पर जोर दिया गया। पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता तमोघ्न घोष ने कार्यकर्ताओं के साथ इसे सुना और देशवासियों से स्वदेशी अपनाने की अपील की।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी ने कई बिंदुओं पर चर्चा की है। उन्होंने खेल महोत्सव का जिक्र किया एवं सौर ऊर्जा के महत्व और उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने त्योहारों पर शुभकामनाएं दीं और स्वदेशी सामानों को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
घोष ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत के लोगों को पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम से प्रेरणा लेनी चाहिए और स्वदेशी को अपनाना चाहिए।
भाजपा नेता ने कहा कि त्योहार का सीजन शुरू होने वाला है। अगर हम भारत में बने उत्पाद का इस्तेमाल व्यवहार में लाते हैं तो यह हमारे लिए भी अच्छा होगा और इससे 'लोकल फॉर वोकल' को भी बल मिलेगा।
उन्होंने कहा कि 'मन की बात' कार्यक्रम में स्वच्छता पर भी बल दिया गया है। त्योहार के सीजन में हमें खासतौर पर स्वच्छता पर जोर देना चाहिए। ऐसा बिल्कुल नहीं सोचना चाहिए कि गंदगी साफ करना छोटा काम है, बल्कि ऐसी सोच रखनी चाहिए कि स्वच्छता जहां होती है, वहां भगवान का वास होता है।
'मन की बात' के 125वें एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रमुख बिंदुओं पर बात की। उन्होंने स्वदेशी को बढ़ावा देते हुए देशवासियों से स्वदेशी सामानों को अपनाने और भारत में बने उत्पादों को प्राथमिकता देने की अपील की, ताकि 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को मजबूती मिले।
उन्होंने कश्मीर के खिलाड़ियों की उपलब्धियां बताते हुए 'खेलो इंडिया' में जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ियों की सफलताओं को सराहा और इसे गर्व का विषय बताया।
उन्होंने सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। इसे पर्यावरण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लिए भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने त्योहारों के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और एकजुटता के साथ उत्सव मनाने का आह्वान किया।