क्या बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण में लापरवाही बरतने वाले बीएलओ पर गाज गिरी?

सारांश
Key Takeaways
- सात बीएलओ को निलंबित किया गया है।
- मतदाता सूची का पुनरीक्षण महत्वपूर्ण है।
- विशेष कैम्प का आयोजन किया जा रहा है।
- निर्वाचन प्रक्रिया में अनुशासन और जिम्मेदारी की आवश्यकता है।
- प्रारूप मतदाता सूची सभी राजनैतिक दलों से साझा की गई है।
पटना, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के दौरान लापरवाही, अनुशासनहीनता और उच्चाधिकारियों के आदेशों की अनदेखी करने वाले ब्लॉक लेवल ऑफिसरों (बीएलओ) पर गाज गिरी है। पटना के जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं जिलाधिकारी त्यागराजन एस एम ने इस मामले में सात बीएलओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण जैसे अति महत्वपूर्ण एवं समयबद्ध कार्य में कार्य के प्रति उदासीनता एवं स्वेच्छाचारिता प्रदर्शित करने, कर्तव्य से अनुपस्थित रहने तथा उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना के आरोप में जिला निर्वाचन पदाधिकारी - सह- जिलाधिकारी, पटना द्वारा निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों की अनुशंसा पर फतुहा विधानसभा के चार बीएलओ एवं मोकामा विधानसभा के तीन बीएलओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
निलंबित बीएलओ में फतुहा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की ममता सिंह, अनुपमा, आरती कुमारी, मिन्नी कुमारी जबकि मोकामा विधानसभा क्षेत्र के जितेंद्र कुमार चौधरी, अश्विनी कुमार और राम रतन कुमार शामिल हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि निर्वाचन कार्यों में शिथिलता, लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इसके अलावा, मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत लोगों को विशेष सहायता उपलब्ध कराने के लिए सभी प्रखंड-सह-अंचल कार्यालयों एवं शहरी निकाय कार्यालयों में विशेष कैम्प लगाया जा रहा है। दो अगस्त से शुरू हुआ यह कैम्प एक सितंबर तक प्रतिदिन 10 बजे पूर्वाह्न से पांच बजे अपराह्न तक लगेगा। इन विशेष कैम्प के दौरान मिशन मोड में दावों एवं आपत्तियों का गुणवत्तापूर्ण निष्पादन सुनिश्चित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग द्वारा बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 के पहले चरण (गणना चरण) के समापन के बाद प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है। यह सूची ऑनलाइन पोर्टल पर भी उपलब्ध है, साथ ही बिहार के सभी 38 जिलों के 243 विधानसभा क्षेत्रों के सभी 90,712 बूथों की प्रारूप मतदाता सूची भी सभी राजनीतिक दलों से साझा की गई है।