क्या जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में बीएसएफ जवान लापता हो गया?

सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ का जवान लापता हुआ है, जिसकी खोज जारी है।
- जवान की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
- सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू किया है।
- हवाई सर्च ऑपरेशन और ग्राउंड टीमों का उपयोग किया जा रहा है।
- नशीले पदार्थों के तस्करों पर भी नजर रखी जा रही है।
श्रीनगर, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान अपने बटालियन मुख्यालय से लापता हो गया है।
अधिकारियों के अनुसार, 60वीं बीएसएफ बटालियन का जवान सुगम चौधरी गुरुवार देर शाम श्रीनगर में अपने बटालियन मुख्यालय से गायब हो गया।
सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के पंथाचौक इलाके में तैनात बीएसएफ का एक जवान लापता हो गया। उसे खोजने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया, लेकिन आसपास के क्षेत्रों में काफी प्रयासों के बावजूद उसका पता नहीं चल सका।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि जवान की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं, क्योंकि नई दिल्ली ने 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन घास के मैदान में पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकवादियों द्वारा 26 नागरिकों की हत्या का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर की घोषणा की थी।
28 जुलाई को श्रीनगर जिले के हरवान क्षेत्र में दाचीगाम नेशनल पार्क के ऊपरी इलाकों में महादेव पर्वत के पास ऑपरेशन महादेव में संयुक्त बलों ने तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को मार गिराया, जिनमें एलईटी कमांडर सुलेमान शाह और उनके दो साथी अबू हमजा और जिबरान भाई शामिल थे।
सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों, उनके सहयोगियों (ओवरग्राउंड वर्कर्स) और समर्थकों के खिलाफ आक्रामक अभियान चला रहे हैं।
इसके अलावा, नशीले पदार्थों के तस्कर और ड्रग पेडलर भी सुरक्षा बलों के निशाने पर हैं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि हवाला मनी रैकेट और ड्रग तस्करी से अवैध रूप से जुटाए गए धन का उपयोग आतंकवाद को बढ़ावा देने में किया जाता है।
अब केवल आतंकवादियों को मारने के बजाय, पूरे आतंकवादी तंत्र को ध्वस्त करने पर ध्यान दिया जा रहा है।