क्या बीएसएफ ने सांबा में बाढ़ प्रभावितों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कीं।
- 400 से अधिक ग्रामीणों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं दी गईं।
- स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कई क्षेत्रों में जांच और परामर्श दिया।
- आपदा के समय समुदाय के कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम।
- स्थानीय लोगों में विश्वास और सहयोग को मजबूत किया गया।
साम्बा, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों की सहायता और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए तहसील राजपुरा, जिला सांबा के गांव चचवाल में स्थित कैलाशवासी रिसॉर्ट में एक बहु-विशेषज्ञता स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया।
यह शिविर फ्रेंड्स ऑफ जीएमसी नामक पंजीकृत संगठन और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से किया गया।
इस स्वास्थ्य शिविर में सीमा सुरक्षा बल के साथ-साथ गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज जम्मू और स्वास्थ्य विभाग के अनुभवी चिकित्सकों ने भाग लिया। शिविर में ग्रामीणों को जनरल मेडिसिन, बाल रोग, हृदय रोग, अस्थि रोग, नेत्र रोग, कान-नाक-गला, कैंसर रोग, शल्य चिकित्सा, पैथोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी और माइक्रोबायोलॉजी जैसी कई विशेषज्ञताओं में परामर्श और जांच की सुविधा प्रदान की गई।
चचवाल, चिलयारी, सारथियां, मंगुचक और आसपास के अन्य गांवों से आए लगभग 400 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई। न केवल जांच की गई, बल्कि जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क दवाइयां भी वितरित की गईं। शिविर में विशेष ध्यान उन परिवारों पर दिया गया जो हाल ही में बाढ़ से प्रभावित हुए थे और जिन तक समय पर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंच पाई थीं।
बीएसएफ ने हमेशा सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के कल्याण और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आपदा के समय इस तरह का स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना बीएसएफ की उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जिसके तहत वे न केवल सीमा की रक्षा करते हैं बल्कि सीमावर्ती समुदायों की सामाजिक-आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का भी ध्यान रखते हैं।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि आपदा के बाद किसी भी ग्रामीण को आवश्यक चिकित्सा सुविधा से वंचित न रहना पड़े। उन्होंने स्थानीय लोगों को भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि सीमावर्ती इलाकों की जनता को समय-समय पर स्वास्थ्य और जागरूकता सेवाएं मिलती रहें।
सांबा में आयोजित यह स्वास्थ्य शिविर न केवल प्रभावित परिवारों को राहत देने में सहायक रहा, बल्कि इससे बीएसएफ और सीमावर्ती समुदायों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग भी मजबूत हुआ।