क्या बीएसएफ ने पाकिस्तान की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए गश्त बढ़ाई?

सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ ने गश्त बढ़ाकर घुसपैठ की कोशिशों का सामना किया है।
- ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
- जवान 24 घंटे सीमा की रक्षा में तैनात हैं।
- जल पेट्रोलिंग से घुसपैठ रोकने में मदद मिल रही है।
- सरकार का बीएसएफ को समर्थन महत्वपूर्ण है।
अखनूर, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे ही बर्फबारी का मौसम शुरू हुआ, पाकिस्तान ने सीमा पर घुसपैठ करने की अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। इस चुनौती से निपटने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूरी तरह से तैयार और सतर्क हैं। बीएसएफ ने सीमांत क्षेत्रों में गश्त को बढ़ा दिया है और वाहनों के माध्यम से निगरानी के साथ-साथ उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर कड़ी चौकसी बरती जा रही है।
हाल ही में, बीएसएफ ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है, जिसमें सीमा पार स्थित आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया है, जिससे पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब मिला है। इस ऑपरेशन ने आतंकवादी गतिविधियों पर काबू पाने में सफलता प्राप्त की है। बीएसएफ के जवान 24 घंटे सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात हैं, जिसमें जल पेट्रोलिंग भी शामिल है।
बीएसएफ जवान प्रवीण कुमार ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हमें प्रशिक्षण में बताया गया है कि कब और कैसे कदम उठाना है। हम पेट्रोलिंग के माध्यम से दुश्मन के इलाकों में जाकर उनकी गतिविधियों की जानकारी इकट्ठा करते हैं।"
उन्होंने बताया कि बीएसएफ के जवान हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तत्पर रहते हैं और पाकिस्तान को उचित उत्तर देने की पूरी क्षमता रखते हैं। जल पेट्रोलिंग के जरिए सीमा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई भी घुसपैठ की कोशिश नाकाम हो सके।
बीएसएफ जवान ने आगे कहा, "इस दीपावली पर हम देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। हम सीमा पर डटे हुए हैं, ताकि आप सभी बेखौफ होकर त्योहार मना सकें।"
बीएसएफ के अन्य जवानों ने भी यही संदेश दिया कि वे हर समय सतर्क हैं और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बर्फबारी के दौरान घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं। लेकिन, बीएसएफ की तैयारियाँ इस खतरे को कम करने में प्रभावी साबित हो रही हैं। सरकार ने भी बीएसएफ को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है, ताकि सीमा पर शांति बनी रहे और देशवासी सुरक्षित रहें।