क्या बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी बसपा: रामजी गौतम?

सारांश
Key Takeaways
- बसपा सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
- कोई गठबंधन नहीं किया जाएगा।
- दलितों और पिछड़ों के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
- मायावती का सपना वंचितों का उत्थान है।
- उत्तर प्रदेश का उदाहरण दिया गया है।
पटना, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में आगामी कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस संबंध में सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारी को गति दे रहे हैं। पार्टियों के प्रमुख नेता लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की।
बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में बसपा के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय संयोजक रामजी गौतम ने बुधवार को एक बार फिर स्पष्ट किया कि बहुजन समाज पार्टी बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उनके इस बयान से यह भी पता चलता है कि बसपा किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेगी। उन्होंने पहले भी कहा था कि पार्टी सभी २४३ विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और किसी अन्य दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
इससे पहले, बिहार में बहुजन समाज पार्टी ने बहुजन हिताय जागरूकता यात्रा का आयोजन किया था। बसपा के प्रमुख राष्ट्रीय समन्वयक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने यात्रा की शुरुआत करते हुए बिहार में बसपा की सरकार बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और कांशीराम द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए, बसपा दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सशक्त आवाज बनकर काम कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे देश में समय-समय पर कई महान समाज सुधारकों ने वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया है। उन्होंने अपने जीवन को इन वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। आज मायावती उनके अधूरे सपने को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि आज भी जातिवादी, सांप्रदायिक और पूंजीवादी विचारधारा वाली पार्टियाँ सत्ता में आकर संविधान को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। उत्तर प्रदेश इसका एक जीवंत उदाहरण है, जहाँ बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने पर किस प्रकार का बदलाव संभव है। मायावती के नेतृत्व में यूपी में चार बार सरकार बनी और 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय' की नीति पर कार्य किया गया।
उन्होंने बिहार की जनता से अपील करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अपने अधिकार और कल्याण के लिए, अपनी आवाज को मजबूत बनाने के लिए, बसपा की आवश्यकता है।