क्या रोगों का काल है इन तीन औषधियों का मिश्रण?
सारांश
Key Takeaways
- मेथी, अजवाइन और काली जीरी का मिश्रण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- इसका नियमित सेवन पाचन में सुधार करता है।
- यह गैस और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत देता है।
- काली जीरी की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में करें।
- गर्भवती और छोटे बच्चों को इसका सेवन करने से पहले परामर्श अवश्य लें।
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आयुर्वेद में अनेक घरेलू योगों का उल्लेख है, जो पाचन में सुधार, शरीर का डिटॉक्स और सामान्य समस्याओं को कम करने के लिए काम में लाए जाते हैं। इस संदर्भ में मेथी, अजवाइन और काली जीरी का मिश्रण भी शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को निकालने, पाचन को सही करने और गैस-कब्ज जैसी समस्याओं को समाप्त करने में मददगार माना जाता है।
आप इसे अपने घर पर सरलता से तैयार कर सकते हैं। इस मिश्रण के सेवन से बुढ़ापे में भी आप स्वस्थ रह सकते हैं। इसे बनाना बहुत आसान है। आपको चाहिए 250 ग्राम मेथी दाना, 100 ग्राम अजवाइन और 50 ग्राम काली जीरी को हल्का भूनकर पीसकर संग्रहित करना है। रात को सोने से पहले एक चम्मच चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेना फायदेमंद होता है।
लोगों का मानना है कि इस मिश्रण के नियमित सेवन से शरीर हल्का महसूस होता है, पाचन बेहतर होता है, गैस और कब्ज में राहत मिलती है, और धीरे-धीरे शरीर की सूजन भी कम होती है। कुछ लोगों का कहना है कि इससे थकान में कमी आती है, त्वचा साफ होती है और शरीर में स्फूर्ति बढ़ती है। कई लोग इसे जोड़ों की दर्द, अपच, कफ या खून का संचार बढ़ाने के लिए भी उपयोग करते हैं।
इस मिश्रण में काली जीरी की प्रमुखता है, जिसे कई लोग गलती से कलौंजी समझ लेते हैं, जबकि दोनों अलग होते हैं। इसकी तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही लेने की सलाह दी जाती है।
याद रखें कि काली जीरी गर्म प्रकृति की होती है, इसलिए गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों या संवेदनशील व्यक्तियों को इसे बिना परामर्श के नहीं लेना चाहिए। अधिक मात्रा में लेने से उलटी, पेट में जलन या अन्य परेशानियाँ हो सकती हैं। यदि कभी इसके सेवन से असहजता महसूस हो तो शरीर को शांत करने के लिए आंवला, दूध या हल्का भोजन लेने की सलाह दी जाती है।