क्या सीबीआई ने रिश्वत लेते रंगे हाथों मध्य रेलवे के इंजीनियर को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई की कार्रवाई से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
- नासिक के एक इंजीनियर ने रिश्वत मांगी थी।
- गिरफ्तारी के बाद कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
- यह मामला शिकायत पर आधारित है।
- सीबीआई की जांच अभी जारी है।
नासिक, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के मामले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। इस जांच एजेंसी ने मध्य रेलवे, नासिक के एक वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने नासिक स्थित एक निजी कंपनी के मालिक द्वारा की गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। यह इंजीनियर ट्रैक्शन मशीन वर्कशॉप में कार्यरत है।
सूत्रों से पता चला है कि आरोपी ने क्रय आदेश के तहत लकड़ी के पैकिंग वेजेज की आपूर्ति से संबंधित गुणवत्ता जांच रिपोर्ट जारी करने के लिए 15,000 रुपए का अनुचित लाभ मांगा था।
सीबीआई ने जाल बिछाया और आरोपी को 15,000 रुपए की रिश्वत मांगते और लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा।
इसके बाद, एजेंसी ने आरोपी के कार्यालय और आवासीय परिसर की भी तलाशी ली, जहां से कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
गिरफ्तार आरोपी का नाम विजय चौधरी है, जो मध्य रेलवे, नासिक के ट्रैक्शन मशीन वर्कशॉप में वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर (गुणवत्ता जांच) के पद पर कार्यरत था।
सीबीआई ने इस मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है।