क्या सीबीआई ने 10 लाख रुपए की रिश्वत मामले में सीमा शुल्क अधिकारी को गिरफ्तार किया?

सारांश
Key Takeaways
- सीबीआई ने 10 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में सीमा शुल्क अधिकारी को गिरफ्तार किया।
- शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 2 अगस्त को गिरफ्तारी की गई।
- कृष्ण कुमार ने पहले से क्लीयर हुए माल के लिए रिश्वत मांगी थी।
- जांच जारी है और मामले में अन्य व्यक्तियों की भूमिका भी परखी जाएगी।
नई दिल्ली, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मुंबई के सहार में स्थित एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स में तैनात सीमा शुल्क अधीक्षक कृष्ण कुमार को एक कस्टम हाउस एजेंट (सीएचए) फर्म से 10 लाख 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगने और इसे स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
विस्तृत सत्यापन और निगरानी प्रक्रिया के बाद 2 अगस्त को आरोपी की गिरफ्तारी की गई। सीएचए फर्म की शिकायत पर कृष्ण कुमार और अन्य अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आरोपी अधिकारी आयातित माल की सुचारू निकासी सुनिश्चित करने के लिए स्वयं तथा अपने वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से 10 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से रिश्वत मांग रहा था।
शिकायतकर्ता के मना करने पर भी आरोपी कथित तौर पर अपनी मांग पर अड़ा रहा और यहां तक कि धमकियां भी देता रहा, जिसके परिणामस्वरूप माल की खेप को जानबूझकर रोक दिया गया।
25 जुलाई और 1 अगस्त के बीच स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में किए गए सत्यापन में रिकॉर्ड की गई बातचीत और पुष्टिकारी साक्ष्य के माध्यम से अवैध रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई।
सीबीआई ने कहा कि कृष्ण कुमार ने पहले से क्लीयर हुए माल के लिए 6 लाख रुपए मांगे थे, जिसमें से 5.8 लाख रुपए अपने वरिष्ठ अधिकारियों के लिए और 20,000 रुपए अपने लिए।
इसके अतिरिक्त, उसने वर्तमान में रखे गए माल को जारी करने के लिए 10 लाख रुपए और भविष्य में भेजे जाने वाले माल के लिए 10 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से भुगतान की मांग की।
सीबीआई अधिकारियों द्वारा बिछाए गए जाल में आरोपी को 10 लाख 20 हजार रुपए नकद लेते रंगे हाथों पकड़ा गया, जिसके बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां उसे 6 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में जांच अभी जारी है।