क्या चाईबासा में पुलिस की मुठभेड़ में नक्सली ढेर हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- चाईबासा में नक्सली मुठभेड़ में एक माओवादी ढेर हुआ।
- पुलिस ने मौके से एसएलआर राइफल बरामद की।
- पुलिस का अभियान नक्सल मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए है।
- स्थानीय जंगलों में सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन जारी है।
- इस वर्ष अब तक 23 नक्सली मारे जा चुके हैं।
चाईबासा, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के गोइलकेरा थाना क्षेत्र में सौता गांव के निकट बुधवार सुबह पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में एक माओवादी नक्सली मारा गया। घटनास्थल से एक एसएलआर राइफल भी बरामद की गई है।
झारखंड पुलिस के आईजी अभियान डॉ. माइकल राज ने जानकारी दी कि चाईबासा के गोइलकेरा क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। जब टीम सौता के जंगलों में पहुंची, नक्सलियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस और सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मोर्चा संभाला। लगभग एक घंटे तक दोनों पक्षों के बीच कई राउंड गोलियां चलीं।
इस मुठभेड़ में नक्सलियों को गंभीर नुकसान हुआ है। तलाशी के दौरान एक नक्सली का शव बरामद किया गया है, लेकिन उसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है। जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में हाल के दिनों में पुलिस का सघन अभियान जारी है, खासकर सारंडा और उसके आस-पास के जंगलों में।
पुलिस ने हाल ही में कई नक्सली बंकर ध्वस्त किए हैं और बड़ी संख्या में आईईडी और हथियार बरामद किए हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभियान का उद्देश्य क्षेत्र को पूरी तरह से नक्सल-मुक्त बनाना है। आईजी अभियान ने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों को लगातार सफलता मिल रही है और जल्द ही नक्सली गतिविधियों का अंत हो जाएगा।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ के बाद कुछ नक्सली भागने में सफल रहे हैं, जिनकी तलाश के लिए आस-पास के क्षेत्रों में कांबिंग ऑपरेशन जारी है।
झारखंड में इस वर्ष पुलिस के साथ विभिन्न मुठभेड़ों में अब तक 23 नक्सली मारे जा चुके हैं। अप्रैल में बोकारो जिले के लुगू पहाड़ी क्षेत्र में एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक सहित आठ नक्सली मुठभेड़ में ढेर किए गए थे।