क्या उत्तराखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना से चमोली के लाभार्थी को मिला सपनों का घर?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों के लिए वरदान है।
- लाभार्थी विनोद लाल का अनुभव प्रेरणादायक है।
- सरकार द्वारा आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
- चमोली में हजारों लोगों के सपने साकार हुए हैं।
- पक्के मकान में रहने का महत्व।
चमोली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री आवास योजना देश के गरीबों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना साबित हो रही है। उत्तराखंड के चमोली में इस योजना ने हजारों गरीब परिवारों के सपनों को वास्तविकता में बदलने का कार्य किया है। इस योजना के अंतर्गत बेघर व्यक्तियों को न केवल अपना नया घर प्राप्त हो रहा है, बल्कि सरकार द्वारा उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। चमोली के गोचर नगर, बसंतपुर क्षेत्र के निवासी लाभार्थी विनोद लाल को इस योजना का लाभ प्राप्त हुआ है।
लाभार्थी विनोद लाल और उनकी पत्नी ने बताया कि पहले उनके पास रहने के लिए कोई आवास नहीं था। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदन किया और उन्हें इस योजना का लाभ मिला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की यह योजना बहुत उपयोगी है, जिससे उनका घर बनाने का सपना पूरा हुआ।
विनोद लाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें एक पक्के मकान का निर्माण हुआ है। पहले कच्चे घर में रहने के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। अब वे अपने पक्के घर में एक सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं। हम पीएम मोदी के बहुत आभारी हैं कि उन्होंने हमें घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता दी। यह योजना हमारे जैसे लोगों के लिए वरदान साबित हुई है।
वहीं, विनोद लाल की पत्नी कल्पेश्वरी देवी ने भी इस आवास योजना के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मुझे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक नया घर मिला है। हमने इसके तहत किचन, बाथरूम और शौचालय बनवाया। पहले हर मौसम में हमें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।"
उत्तराखंड के चमोली में प्रधानमंत्री आवास योजना ने हजारों लोगों के सपनों को पूरा किया है। चमोली के 9 नगर निकायों में 1818 लोगों ने योजना के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 1536 लोगों के आवास पूरी हो चुके हैं। जो पहले कच्चे घरों में रहकर जीवन यापन कर रहे थे, अब वे अपने पक्के घरों में सम्मानजनक जीवन जी रहे हैं।