क्या बिहार में चंदन मिश्रा पर अस्पताल में गोलीबारी चिंतनीय है?

सारांश
Key Takeaways
- पटना में चंदन मिश्रा पर गोलीबारी हुई।
- राजद प्रवक्ता ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
- नीतीश कुमार की योजनाओं पर भी तंज कसा गया।
- अपराधियों में कानून का डर खत्म होता जा रहा है।
- राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ महत्वपूर्ण हैं।
पटना, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा पर अस्पताल के अंदर गोलीबारी की गई। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने इसे एक चिंताजनक घटना बताते हुए कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। इसके साथ ही तिवारी ने नीतीश कुमार की फ्री बिजली योजना पर भी तंज कसा।
तिवारी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि पुलिस मुख्यालय से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक अस्पताल में घुसकर अपराधियों ने चंदन मिश्रा को गोली मारी, यह एक चिंतनशील विषय है। अपराधियों में कानून-व्यवस्था का कोई भय दिखाई नहीं देता। आखिरकार, यह बिहार में क्या हो रहा है? बिहार में कानून-व्यवस्था अब लगभग गायब हो गई है।
उन्होंने आगे कहा, "अपराधियों द्वारा लगातार कानून-व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा है, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाती हुई नहीं दिख रही है। बिहार अब गोलीबारी के शोर में डूब चुका है।" दरअसल, पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा पर गोलियां चलाई गईं। हत्या के मामले में सजा काट रहे चंदन मिश्रा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जैसे ही इसकी जानकारी विरोधी खेमे को मिली, उन्होंने हमला कर दिया। पटना के एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है। इस पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह सरकार नकल करती है और तेजस्वी यादव की योजनाओं को चुराती है।
तिवारी का कहना है कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में कई योजनाओं का ऐलान अपने सोशल मीडिया पर किया है, जिसे उन्होंने तेजस्वी यादव से चुराया है। लेकिन, सामने आकर नीतीश कुमार कभी भी इसका जिक्र नहीं करते हैं। यह लोग वही कर रहे हैं जो तेजस्वी यादव ने किया था। यह लोग उनकी नकल कर रहे हैं।
केंद्रीय पंचायती राज और मत्स्य पालन मंत्री ललन सिंह (राजीव रंजन सिंह) के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा में कराए गए मटन भोज पर भी तिवारी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे सत्ता पक्ष का 'दोहरा चरित्र' बताते हुए कहा, "यही तो इन लोगों का दोहरा चरित्र है। जो लोग दूसरों के खानपान पर सवाल उठाते हैं, क्या वे अपने चरित्र को नहीं देखते हैं? ये ढोंगी हैं, सावन में मटन पार्टी देते हैं। यही लोग खानपान पर बहुत सवाल उठाते हैं। जब राहुल गांधी लालू प्रसाद यादव के घर गए थे, तो उस समय तेजस्वी यादव ने मछली का फोटो दिखाया था, तो इन लोगों ने हाय-तौबा मचा दी थी। अब जरा एनडीए के नेता बताएं कि यह क्या हो रहा है?"