क्या चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए नेताओं से ‘अटल संदेश–मोदी सुशासन यात्रा’ में भाग लेने की अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- नायडू ने एनडीए नेताओं से यात्रा में भाग लेने की अपील की।
- यात्रा का उद्देश्य वाजपेयी की विचारधारा को युवाओं तक पहुंचाना है।
- वाजपेयी को राजनीति के भीष्म कहा गया।
अमरावती, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेताओं से राज्य में 11 से 25 दिसंबर तक आयोजित होने वाली ‘अटल संदेश–मोदी सुशासन यात्रा’ में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की।
एनडीए के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों के साथ टेली-कॉन्फ्रेंस के दौरान नायडू ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने टीडीपी, भाजपा और जन सेना पार्टी के नेताओं से यात्रा में सम्मिलित होने का आग्रह किया, जिसका उद्देश्य पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सुशासन की विचारधारा को युवाओं तक पहुंचाना है।
नायडू ने वाजपेयी को “राजनीति के भीष्म” बताते हुए कहा कि जन्मशताब्दी समारोहों के तहत यह कार्यक्रम आयोजित करना पूरे एनडीए के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने देश में सुशासन की नींव रखी और उनकी नीतियों ने भारत के विकास को रफ्तार दी।
मुख्यमंत्री ने वाजपेयी के व्यक्तित्व और कार्यों को याद करते हुए कहा कि वे एक साधारण परिवार से निकलकर कड़ी मेहनत के दम पर शिखर तक पहुंचे। उन्हें नौ बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के लिए चुना जाना उनके कद को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष की उम्र में वाजपेयी भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल हुए थे, जबकि 1998 में पोखरण-2 परमाणु परीक्षण कर भारत की शक्ति विश्व के सामने रखी।
उन्होंने यह भी कहा कि करगिल युद्ध के दौरान वाजपेयी ने दुश्मन को करारा जवाब दिया और उनके कार्यकाल में शुरू हुआ गोल्डन क्वाड्रिलैटरल हाईवे प्रोजेक्ट देश के बुनियादी ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव लेकर आया।
नायडू ने कहा कि वाजपेयी ने आंध्र प्रदेश के विकास में हमेशा सहयोग दिया और राज्य के हित में किसी भी मांग को ठुकराया नहीं। साथ ही उन्होंने दूरसंचार और विमानन क्षेत्रों में किए गए वाजपेयी सरकार के सुधारों को भी याद किया।
उन्होंने कहा, “अगर आप एनटीआर और वाजपेयी को देखें, तो समझ जाएंगे कि असली सुशासन कैसा होता है। दोनों का एक ही लक्ष्य था, जनता की भलाई।”
नायडू ने वर्तमान एनडीए सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि जैसे उस समय न्यूक्लियर टेस्ट हुआ था, आज ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सफल रहा है और गोल्डन क्वाड्रिलैटरल की तरह आज सागरमाला परियोजना देश के विकास को नई दिशा दे रही है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 2047 तक भारत को दुनिया में नंबर 1 बनाने के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं और युवाओं को प्रेरित कर रहे हैं।