क्या चीन के क्वांगतोंग-हांगकांग-मकाओ ग्रेटर बे एरिया में गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत कार्यक्रम की शुरुआत हुई?

Click to start listening
क्या चीन के क्वांगतोंग-हांगकांग-मकाओ ग्रेटर बे एरिया में गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत कार्यक्रम की शुरुआत हुई?

सारांश

चीन के क्वांगतोंग-हांगकांग-मकाओ ग्रेटर बे एरिया में एक महत्वपूर्ण गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। यह कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का प्रयास है, बल्कि युवाओं के लिए प्रशिक्षण का अवसर भी प्रदान करता है। जानें इस कार्यक्रम की विशेषताएँ और इसका महत्व।

Key Takeaways

  • गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का प्रयास
  • युवा पीढ़ी के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
  • ग्रेटर बे एरिया की सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन

बीजिंग, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीन के क्वांगतोंग-हांगकांग-मकाओ ग्रेटर बे एरिया में गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत कार्यक्रम का उद्घाटन 1 नवंबर को मकाओ विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के ताफाओथाई पार्क में हुआ।

इस कार्यक्रम का आयोजन क्वांगतोंग प्रांत के संस्कृति व पर्यटन ब्यूरो, हांगकांग के संस्कृति, खेल व पर्यटन ब्यूरो और मकाओ के संस्कृतिक ब्यूरो द्वारा किया गया है।

कार्यक्रम में विशेष प्रदर्शनियां, इंटरैक्टिव कौशल प्रदर्शन, व्यावहारिक कार्यशाला और गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत के रचनात्मक उत्पादों की बिक्री आदि शामिल हैं।

गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत के लिए नई गति शीर्षक प्रदर्शनी 2 नवंबर से वर्ष 2026 के 15 मार्च तक मकाओ संग्रहालय में आयोजित होगी। इस प्रदर्शनी में ग्रेटर बे एरिया के 50 से अधिक अमूर्त सांस्कृतिक विरासतों का प्रदर्शन किया जाएगा।

कार्यक्रम में मकाओ की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की नई पीढ़ी के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का स्नातक समारोह भी आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 30 प्रशिक्षुओं ने मकाओ, क्वांगचो और हांगकांग में प्रशिक्षण लिया और गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत के उत्तराधिकारियों के साथ अनुभव साझा किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

बल्कि यह युवाओं को सांस्कृतिक शिक्षा देने के लिए भी एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। यह पहल निस्संदेह ग्रेटर बे एरिया की सांस्कृतिक विविधता को और भी बढ़ाएगी।
NationPress
02/11/2025

Frequently Asked Questions

गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत क्या होती है?
गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत में वो सांस्कृतिक तत्व शामिल होते हैं जो भौतिक रूप में नहीं होते, जैसे कि लोककला, परंपराएँ और सांस्कृतिक प्रदर्शन।
यह कार्यक्रम कब से कब तक चलेगा?
यह कार्यक्रम 1 नवंबर से शुरू होकर 2026 के 15 मार्च तक चलेगा।