क्या चीन ने अमेरिका से रक्षा नीति बिल में चीन से संबंधित प्रावधानों को लागू न करने की अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- चीन ने अमेरिका से रक्षा नीति विधेयक में नकारात्मक प्रावधान न लागू करने का अनुरोध किया है।
- चीन का मानना है कि इस विधेयक में उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप किया गया है।
- बुसान शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच महत्वपूर्ण चर्चा हो सकती है।
- चीन अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने को तैयार है।
- यह मामला अमेरिका-चीन संबंधों में तनाव को बढ़ा सकता है।
बीजिंग, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका द्वारा 2026 वित्तीय वर्ष के लिए रक्षा नीति विधेयक पर हस्ताक्षर करने संबंधी जानकारी पर चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की वैदेशिक मामले समिति के प्रवक्ता शु तुंग ने 25 दिसंबर को एक बयान जारी किया।
बयान में उल्लेख किया गया कि इस अधिनियम में चीन से संबंधित नकारात्मक तत्व शामिल हैं, जिसने चीन के आंतरिक मामलों में अवांछित हस्तक्षेप किया है और चीन के केंद्रीय हितों को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस पर चीन ने गंभीर असंतोष और कड़ा विरोध व्यक्त किया है।
चीन ने अमेरिका से अपेक्षा की है कि वह चीन के विकास और द्विपक्षीय संबंधों को ध्यान में रखते हुए, दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बुसान शिखर सम्मेलन में संपन्न महत्वपूर्ण समानताओं को स्वीकार करे। हम अमेरिका से इस अधिनियम में चीन संबंधी नकारात्मक प्रावधान लागू न करने की मांग करते हैं। यदि अमेरिका अपनी मनमानी जारी रखता है, तो चीन अपनी राष्ट्रीय प्रभुसत्ता, सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाएगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)