क्या छंगतू विश्व खेलों में पहली बार विकलांग एथलीट भेजे गए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- छंगतू विश्व खेल में विकलांग एथलीटों का प्रतिनिधित्व महत्वपूर्ण है।
- यह आयोजन सामाजिक समावेशिता का प्रतीक है।
- प्रतिनिधिमंडल का आकार सबसे बड़ा है।
- यह पहली बार है जब मुख्य भूमि चीन इस आयोजन की मेज़बानी कर रहा है।
- एथलीटों के लिए यह एक नई चुनौती है।
बीजिंग, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। 12वें छंगतू विश्व खेल के लिए चीनी खेल प्रतिनिधिमंडल की स्थापना मंगलवार को राजधानी पेइचिंग में हुई।
प्रतिनिधिमंडल में 321 एथलीटों सहित 489 लोग शामिल हैं, जो 28 प्रमुख स्पर्धाओं और 152 छोटी स्पर्धाओं में भाग लेंगे। यह चीन द्वारा भाग लेने के बाद से सबसे बड़ा और सबसे अधिक भागीदारी वाला विश्व खेल है, और यह पहली बार है कि चीन ने इसमें भाग लेने के लिए विकलांग एथलीटों को भेजा है।
गैर-ओलंपिक आयोजनों के लिए उच्चतम स्तर के अंतर्राष्ट्रीय व्यापक खेल आयोजन के रूप में 12वें विश्व खेल 7 से 17 अगस्त तक दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रांत की राजधानी छंगतू में आयोजित होगा। यह पहली बार होगा जब मुख्य भूमि चीन इस आयोजन की मेजबानी करेगा।
विकलांग तीरंदाजी खिलाड़ी ऐ शिनल्यांग का मानना है कि यह विश्व खेल एक "नई चुनौती" है। उन्होंने कहा, "हर प्रतियोगिता मेरे लिए ओलंपिक जैसी है। इस विश्व खेल में सक्षम लोगों के मैदान पर खड़े होने से मुझे और भी अलग अनुभूतियां होंगी। मुश्किलें जरूर आएंगी, लेकिन मैं तैयार हूं।"
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)