क्या छत्तीसगढ़ के अबुझमाड़ में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी?

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क्या छत्तीसगढ़ के अबुझमाड़ में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी कामयाबी?

सारांश

छत्तीसगढ़ के अबुझमाड़ में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। भारी मात्रा में विस्फोटक और नक्सली साहित्य बरामद करने से नक्सलियों की योजनाओं को नकारा गया है। जानें इस अभियान की महत्वपूर्ण जानकारी।

Key Takeaways

  • सुरक्षा बलों की सफलता ने नक्सलियों की योजनाओं को नकारा।
  • बड़ी मात्रा में विस्फोटक और नक्सली सामग्री बरामद की गई।
  • ऑपरेशन में सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया।
  • स्थानीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
  • यह कार्रवाई नारायणपुर जिले को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में है।

रायपुर, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। माओवादी विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों को महान सफलता हासिल हुई है। अबुझमाड़ के घने कोडलियार मिचिंगपारा जंगल से सुरक्षा बलों ने विशाल मात्रा में विस्फोटक, नक्सली साहित्य और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

कोहकामेता पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में किया गया यह ऑपरेशन नारायणपुर जिले को नक्सल मुक्त बनाने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

यह माइनिंग और सर्च ऑपरेशन जिला बल, आईटीबीपी की 53वीं बटालियन की 'बी' कंपनी और कुटल में तैनात जिला बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) द्वारा किया गया।

27 सितंबर को खुफिया जानकारी के आधार पर और नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबर्टसन गुरिया, अतिरिक्त एसपी अक्षय साबद्रा और अतिरिक्त एसपी (नक्सल विरोधी अभियान) अजय कुमार की रणनीति के तहत, अधिकारियों ने जंगल के इलाके की तलाशी ली, क्योंकि उन्हें वहां आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) होने का संदेह था।

तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, लिथियम बैटरी, तार, ट्रैप स्विच, बायोकेन्ग वॉकी चार्जर एडॉप्टर, नक्सली वर्दी और बेल्ट, साथ ही स्लिंग, पाउच और बैग जैसे युद्ध सामग्री भी बरामद हुई।

अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान नक्सली प्रचार सामग्री भी जब्त की गई, जिससे कुटल एरिया कमेटी के विचारधारा वाले होने का पता चलता है, जिसका इस क्षेत्र में सक्रिय रूप से मौजूद होने का संदेह है।

अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह कार्रवाई सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करते हुए की गई। बरामद सामान से पता चलता है कि माओवादी विस्फोटक लगाकर सुरक्षाकर्मियों और आम नागरिकों को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे।

इससे पहले, 25 सितंबर को 5-5 किलो के पांच आईईडी बरामद कर नष्ट किए गए थे।

यह ऑपरेशन माओवादियों के ठिकानों को तोड़ने और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों की बढ़ती कोशिशों को दर्शाता है।

माओवादी प्रभाव वाले इलाकों में लगातार तलाशी और बम निष्क्रिय करने के अभियान चल रहे हैं, ताकि खतरों को खत्म कर शांति बहाल की जा सके।

अधिकारियों ने नारायणपुर जिले से माओवादी प्रभाव को पूरी तरह खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराई और विभिन्न सुरक्षा इकाइयों के बीच बेहतर तालमेल की सराहना की।

इस सफलता से न केवल माओवादियों की योजनाओं को झटका लगा है, बल्कि नक्सल विरोधी अभियानों में लगे जवानों का हौसला भी बढ़ा है।

Point of View

बल्कि यह स्थानीय सुरक्षा बलों की मेहनत और रणनीति का प्रतीक भी है। यह दर्शाता है कि सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ एकजुट होकर काम कर रहे हैं और स्थानीय लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं।
NationPress
29/09/2025

Frequently Asked Questions

अबुझमाड़ में क्या बरामद हुआ?
सुरक्षा बलों ने अबुझमाड़ के जंगल से भारी मात्रा में विस्फोटक, नक्सली साहित्य और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की है।
यह ऑपरेशन किसके द्वारा किया गया?
यह ऑपरेशन जिला बल, आईटीबीपी की 53वीं बटालियन और जिला बम निरोधक दस्ते द्वारा किया गया।
इस ऑपरेशन का उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य नारायणपुर जिले को नक्सल मुक्त बनाना है।
क्या बरामद सामग्री से नक्सलियों की योजना का पता चला?
हां, बरामद सामग्री से पता चलता है कि माओवादी सुरक्षाकर्मियों और आम नागरिकों को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे।
इस ऑपरेशन से स्थानीय सुरक्षा बलों को क्या लाभ हुआ?
इस ऑपरेशन से न केवल माओवादियों की योजनाओं को झटका लगा है, बल्कि नक्सल विरोधी अभियानों में लगे जवानों का हौसला भी बढ़ा है।