क्या छत्तीसगढ़ के सात शहरों ने राष्ट्रीय स्वच्छता सम्मान जीता?

सारांश
Key Takeaways
- छत्तीसगढ़ के सात शहरों को स्वच्छता सम्मान मिला।
- राष्ट्रपति ने पुरस्कार समारोह में उपस्थिति दर्ज करवाई।
- राजधानी रायपुर को 'प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर' का खिताब मिला।
- छोटे शहरों का भी स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन।
नई दिल्ली/रायपुर, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 के अंतर्गत नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक भव्य पुरस्कार समारोह में छत्तीसगढ़ के सात नगरीय निकायों को स्वच्छता के क्षेत्र में अद्वितीय प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया। यह कार्यक्रम आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित किया गया था। समारोह में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव समेत विभिन्न निकायों के महापौर और अध्यक्ष भी उपस्थित रहे, जिन्होंने राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण किया।
इस वर्ष के स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ के तीन शहरों (अंबिकापुर, पाटन और विश्रामपुर) ने स्वच्छता सुपर लीग (एसएसएल) श्रेणी में स्थान प्राप्त किया। स्वच्छता सुपर लीग (एसएसएल) श्रेणी में उन शहरों को शामिल किया जाता है जिन्होंने पिछले तीन वर्षों में कम से कम एक बार शीर्ष तीन में स्थान पाया हो और इस वर्ष में देश के शीर्ष 20 प्रतिशत शहरों में अपनी जगह सुनिश्चित की हो।
छत्तीसगढ़ के छोटे और मध्यम आकार के शहरों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। नगर पंचायत बिल्हा 20 हजार से कम आबादी वाले शहरों में देश का सबसे स्वच्छ शहर, बिलासपुर तीन लाख से दस लाख जनसंख्या श्रेणी में द्वितीय, और कुम्हारी ने 20 हजार से 50 हजार की आबादी वाले शहरों में देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर बनने की उपलब्धि हासिल की।
राजधानी रायपुर को इस बार "प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर" का खिताब प्रदान किया गया है, जो दर्शाता है कि शहर स्वच्छता के क्षेत्र में निरंतर सुधार की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सभी विजेता नगरीय निकायों को बधाई दी और कहा कि यह सम्मान राज्य के लिए गौरव की बात है।
केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल एवं राज्य मंत्री तोखन साहू भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। दोनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों के प्रयासों की सराहना की और स्वच्छता अभियान में उनके योगदान की प्रशंसा की।