क्या छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की अवैध हथियार-निर्माण फैक्ट्री ध्वस्त हुई?
                                सारांश
Key Takeaways
- नक्सलियों की अवैध हथियार फैक्ट्री ध्वस्त हुई।
 - 17 राइफलें और अन्य हथियार बरामद किए गए।
 - सुरक्षा बलों पर गंभीर हमले की आशंका थी।
 - आत्मसमर्पण करने वालों को आर्थिक सहायता मिलेगी।
 - स्थायी शांति और विकास का लक्ष्य।
 
सुकमा, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के सुकमा में पुलिस अधिकारियों की निगरानी में गोमगुड़ा वन क्षेत्र में एक अवैध हथियार फैक्ट्री को नष्ट कर दिया गया है। इस कार्रवाई के दौरान राइफलें, बंदूक के पुर्जे और माओवादी गतिविधियों को लक्षित करने वाली मशीनरी जब्त की गई है।
जिला सुकमा पुलिस और विशेष टीमों द्वारा चलाए जा रहे समन्वित एंटी-नक्सल अभियानों के तहत एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई। पुलिस की डीआरजी टीम ने गोमगुड़ा क्षेत्र के घने जंगल में स्थित एक अवैध हथियार-निर्माण फैक्ट्री का पता लगाया और उसे ध्वस्त कर दिया।
यह फैक्ट्री नक्सलियों द्वारा हथियार बनाने के लिए संचालित की जा रही थी, जिससे सुरक्षा बलों पर गंभीर हमला किया जा सकता था। टीम ने मौके से 17 राइफलें, हथियार बनाने के उपकरण, मशीनें, गन पार्ट्स और भारी मात्रा में निर्माण सामग्री बरामद की।
इन सामग्रियों में 1 रॉकेट लॉन्चर, 6 बीजीएल लॉन्चर, 6 12 बोर राइफलें और अन्य हथियार बनाने के उपकरण शामिल थे। डीआरजी टीम की प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह फैक्ट्री क्षेत्र में सशस्त्र गतिविधियों के लिए उपयोग की जा रही थी। इस कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि सुकमा पुलिस की नई रणनीति और लगातार चलाए जा रहे एंटी-नक्सल ऑपरेशन सफलता की ओर बढ़ रहे हैं।
पिछले वर्ष के आंकड़ों के अनुसार, 545 माओवादी आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं, 454 गिरफ्तार किए गए हैं और 64 माओवादी मारे गए हैं।
सुकमा पुलिस ने फिर से नक्सलियों से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति और विकास की ओर अग्रसर हों। आत्मसमर्पण करने वालों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत रोजगार और आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
सुकमा एसपी ने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल नक्सलवाद का दमन नहीं है, बल्कि क्षेत्र में स्थायी शांति और समावेशी विकास स्थापित करना है।
इसी क्रम में रविवार को छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के घने जंगलों में पुलिस की सतर्कता ने नक्सलियों की खतरनाक साजिश को ध्वस्त कर दिया। जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर थाना शोभा एवं थाना पायलीखंड (जुगाड़) क्षेत्र के ग्राम साईबीनकछार, कोदोमाली तथा भूतबेड़ा के जंगली इलाकों में तीन अलग-अलग स्थानों पर छिपाए गए विशाल डंप से भारी मात्रा में आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने का सामान, चार कुकर, इलेक्ट्रिक वायर, फटाके और अन्य राशन सामग्री बरामद की गई थी।